ओडिशा विधानसभा का गंगा जल से शुद्धीकरण, कांग्रेस विधायकों की पुलिस से झड़प
ओडिशा विधानसभा में कांग्रेस विधायकों के निलंबन और राज्य में महिलाओं के खिलाफ अपराधों में बढ़ोतरी के खिलाफ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विधानसभा का घेराव करने की कोशिश की, जिसके चलते उनकी पुलिस के साथ झड़प हुई. पुलिस ने विधानसभा में घुसकर निलंबित विधायकों को बाहर निकाला. इस घटनाक्रम के बाद बीजेडी विधायकों ने 'गंगा जल' छिड़ककर विधानसभा को शुद्ध करने का दावा किया. इसके बाद भाजपा ने कांग्रेस और बीजेडी दोनों पर आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने विधानसभा की गरिमा को नुकसान पहुंचाया.

कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने गुरुवार को ओडिशा विधानसभा का घेराव करने का प्रयास किया. इसका कारण उनके साथियों के निलंबन और राज्य में महिलाओं के खिलाफ अपराधों में कथित वृद्धि के खिलाफ विरोध प्रदर्शन था. प्रदर्शनकारियों ने पुलिस द्वारा लगाए गए बैरिकेड्स को तोड़ने की कोशिश की और कुर्सियां फेंकी. इसके बाद पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पानी की बौछारें की और स्थिति को काबू में करने का प्रयास किया. कांग्रेस के ओडिशा प्रभारी अजय कुमार लल्लू ने दावा किया कि प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया गया और सुरक्षा के मद्देनजर गिरफ्तारियां भी की गईं.
निलंबन से नाराजगी
यह विरोध प्रदर्शन इस सप्ताह की शुरुआत में विधानसभा में हुए निलंबन के खिलाफ था, जब स्पीकर सुरमा पाढ़ी ने 14 कांग्रेस विधायकों को सदन की कार्यवाही में व्यवधान डालने के कारण निलंबित कर दिया था. कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने यह भी आरोप लगाया कि राज्य में महिलाओं के खिलाफ अपराधों में वृद्धि हो रही है. खासकर भारतीय जनता पार्टी (भा.ज.पा.) के सत्ता में आने के बाद. इसी मुद्दे को लेकर कांग्रेस के सदस्य सदन में एक समिति गठित करने की मांग कर रहे थे.
इससे पहले मंगलवार रात पुलिस ने ओडिशा विधानसभा में घुसकर 14 कांग्रेस विधायकों को बाहर किया, जो महिला अपराधों की बढ़ती घटनाओं की जांच के लिए समिति की मांग कर रहे थे. पुलिस के इस कदम के विरोध में, बीजू जनता दल (बीजद) के विधायकों ने विधानसभा में गंगा जल छिड़का और उसे शुद्ध करने का दावा किया. बीजद के विधायकों ने आरोप लगाया कि पुलिस का प्रवेश विधानसभा की आध्यात्मिक शुद्धता को प्रभावित करता है.
कांग्रेस और बीजद पर निशाना
भा.ज.पा. ने इस घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कांग्रेस और बीजद पर निशाना साधा. पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मनमोहन सामल ने कहा कि ओडिशा विधानसभा की गरिमा का उल्लंघन किया गया है. यह जिम्मेदार विपक्ष से इस तरह के व्यवहार की उम्मीद नहीं की जाती. उन्होंने विपक्षी दलों पर आरोप लगाते हुए कहा कि वे रचनात्मक आलोचना की बजाय अव्यवस्थित आचरण अपना रहे हैं. सामल ने यह भी कहा कि विपक्षी दल अभी तक पिछले चुनावों में हुई अपनी हार से उबरने में असफल रहे हैं और बीजद ऐसा व्यवहार कर रहा है जैसे वह अभी भी सत्ता में है.