राहुल गांधी की 'आबादी के हिसाब से भागीदारी' वाले बयान का कांग्रेस सांसद ने किया विरोध, जयराम रमेश ने दी प्रतिक्रिया
Rahul Gandhi: बिहार में जाति आधारित जनगणना की घोषणा के बाद 'जितनी आबादी, उतना हक" वाली टिप्पणी को लेकर राजनीतिक बहस जारी है. इस बीच वरिष्ठ कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने इस पर असहमति जताई है.
Bihar Caste Survey: बिहार में जाति आधारित जनगणना की घोषणा के बाद 'जितनी आबादी, उतना हक" वाली टिप्पणी को लेकर राजनीतिक बहस जारी है. इस बीच वरिष्ठ कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी ने मंगलवार को लोगों को जनसंख्या के आधार पर अधिकार प्रदान करने की बात पर असहमति जताते हुए कहा कि यह 'बहुसंख्यकवाद' को बढ़ावा देगा. बता दें कि राहुल गांधी ने विशेश रूप से इस नारे की वकालत की थी.
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए सिंघवी ने लिखा, “अवसर की समानता कभी भी परिणामों की समानता के समान नहीं होती है. जितनी आबादी उतना हक का समर्थन करने वाले लोगों को पहले इसके परिणामों को पूरी तरह से समझना होगा. यह अंततः बहुसंख्यकवाद की ओर ले जाएगा.
बिहार सरकार ने जारी की जातीय सर्वेक्षण की रिपोर्ट
सोमवार, (2 अक्टूबर) को नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली बिहार सरकार ने अपनी जनगणना के आंकड़े जारी किए जो विभिन्न जातियों के आधार पर आयोजित की गई थी. आंकड़ों के अनुसार राज्य के 13.07 करोड़ लोगों में से 36% अत्यंत पिछड़ा वर्ग से हैं, 27.13% अन्य पिछड़ा वर्ग से हैं.
राहुल गांधी ने की सराहना
बिहार सरकार द्वारा रिपोर्ट जारी करने के बाद पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बिहार के जाति-आधारित सर्वेक्षण की सराहना की और 'जितनी आबादी, उतना हक' की वकालत की. “बिहार की जाति जनगणना से पता चला है कि वहां ओबीसी एससी एसटी 84% हैं. केंद्र सरकार के 90 सचिवों में से केवल 3 ओबीसी हैं, जो भारत का केवल 5% बजट संभालते हैं. इसलिए भारत के जातिगत आंकड़ों को जानना जरूरी है. जितनी अधिक जनसंख्या, उतने अधिक अधिकार यह हमारी प्रतिज्ञा है,
जयराम रमेश ने दी प्रतिक्रिया
सिंघवी की राय पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने कहा कि उनकी पार्टी के सहयोगी का पोस्ट उनका निजी विचार है, हालांकि, यह भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थिति को नहीं दर्शाता है.
Dr. Singhvi's tweet may be a reflection of his own personal view but in no way does it reflect the position of the Indian National Congress — the essence of which is contained both in the Raipur Declaration on 26th February, 2023 and in the CWC Resolution of September 16th, 2023.
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) October 3, 2023
जयराम रमेश ने आगे कहा कि सिंघवी का ट्वीट उनका निजी विचार हो सकता है लेकिन यह किसी भी तरह से भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थिति को नहीं दर्शाता है. हालांकि रमेश की प्रतिक्रिया के तुरंत बाद, सिंघवी ने एक्स से अपना पोस्ट हटा दिया.