Ram Mandir Pran Pratistha: कांग्रेस के ठुकराया राम लला के प्राण प्रतिष्ठा का न्योता तो भाजपा ने कहीं ये बात...
Ram Mandir Pran Pratistha: कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे, कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी और लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने ''RSS/भाजपा के कार्यक्रम'' के निमंत्रण को अस्वीकार कर दिया है. इसे लेकर भारतीय जानता पार्टी (BJP) ने तीखी प्रतिक्रिया दी है.
Ram Mandir Pran Pratistha: उत्तर प्रदेश के अयोध्या में 22 जनवरी 2024 को प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में कांग्रेस के दिग्गज नेताओँ ने जाने से अस्वीकार कर दिया है. कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे, कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी और लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने ''RSS/भाजपा के कार्यक्रम'' के निमंत्रण को अस्वीकार कर दिया है. इसे लेकर भारतीय जानता पार्टी (BJP) ने तीखी प्रतिक्रिया दी है.
भाजपा ने कांग्रेस पर साधा निशाना
बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने कहा, "मैं बड़े स्पष्ट रूप से कहना चाहता हूं कि जो लोग राम को मानते ही नहीं थे, वो कुछ भी बहाना बना सकते हैं. ये कार्यक्रम न्यास का है. न्यास ने राम मंदिर के उद्घाटन के लिए पीएम नरेंद्र मोदी को आमंत्रित किया है. उद्घाटन तो पीएम मोदी के हाथ से होना ही चाहिए था."
सांसद मनोज तिवारी ने कहा, "मंदिर समय से बन जाएगा, यह हमें पता नहीं था. हम चुनाव को ध्यान में रखकर कोई काम नहीं करते हैं. हम सड़क भी बनाते हैं और दूसरे काम भी करते हैं."
स्मृति ईरानी ने कहीं ये बात
मल्लिकार्जुन खरगे, सोनिया गांधी और अधीर रंजन चौधरी द्वारा अयोध्या में राम मंदिर के 'प्राण प्रतिष्ठा' समारोह का निमंत्रण अस्वीकार करने पर केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा, "कांग्रेस पार्टी का भगवान राम विरोधी चेहरा देश के सामने प्रस्तुत हो चुका है. यह कोई आश्चर्य की बात नहीं है कि सोनिया गांधी के नेतृत्व में जिस पार्टी ने अदालत में दस्तावेज दिया था कि भगवान राम का कोई अस्तित्व नहीं है, उस कांग्रेस पार्टी के नेतृत्व ने राम मंदिर के 'प्राणप्रतिष्ठा' के निमंत्रण को अस्वीकार कर दिया. सोनिया गांधी और कांग्रेस के नेतृत्व में INDIA गठबंधन ने बार-बार सनातन धर्म का अपमान किया है. अब INDIA गठबंधन के नेताओं द्वारा 'प्राण प्रतिष्ठा' के निमंत्रण को अस्वीकार करना उनकी सनातन विरोधी सोच को दर्शाता है."