लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस का मास्टर प्लान तैयार, कांग्रेस वर्किंग कमेटी में होगा बड़ा बदलाव!

कांग्रेस पार्टी संगठन में बड़े फेरबदल करने जा रही है। ऐसे में कांग्रेस कार्यसमिति के जल्द गठन होने की उम्मीद जताई जा रही है।

Tahir Kamran
Edited By: Tahir Kamran

हाइलाइट

  • 2024 के लिए कांग्रेस का मास्टर प्लान तैयार
  • बड़े बदलावों से कांग्रेस पार्टी करेंगी चुनावी शंखनाद
  • कांग्रेस वर्किंग कमेटी में बड़े पैमाने पर होगा बदलाव
  • कई पुराने नेताओं की छुट्टी,नए चेहरों को मिल सकती जगह

Congress Plan for Lok Sabha Election 2024 : आगामी लोकसभा चुनावों का शंखनाद होने में एक साल से भी कम वक्त बचा हुआ है। ऐसे में कांग्रेस पार्टी अपने संगठन के कील-काटों को दुरूस्त करने की मुहिम में युद्ध स्तर पर जुटी हुई है। हिमाचल और कर्नाटक में ऐतिहासिक जीत हासिल करने के बाद कांग्रेस पार्टी के रणनीतिकारों ने पार्टी के रिवाइवल प्लान का ब्लूप्रिंट तैयार कर लिया है। सियासी गलियारों में चल रही चर्चाओं की मानें तो कांग्रेस पार्टी राष्ट्रीय स्तर से लेकर प्रादेशिक स्तर पर संगठन में बड़ी सर्जरी करने जा रही है। 

लंबे समय से एक ही पद पर जमे जमाये पार्टी पदाधिकारियों की छुट्टी करके कांग्रेस हाईकमान इस बार नए चेहरों को संगठनात्मक जिम्मेदारी सौंपी सकती है। जिसकी स्क्रिप्ट कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने तैयार कर ली है। पार्टी की कोशिश नये कलेवर के साथ संगठन में जान फूंकते हुए 2024 आम चुनाव और पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव में जीत का परचम लहराना है। 

लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस में बड़े फेरबदल की तैयारी

कांग्रेस हलकों में चल रही चर्चाओं के मुताबिक पार्टी लगभग एक दर्जन राज्यों के प्रभारी और दस राज्यों के प्रदेश अध्यक्ष बदलने की रणनीति पर काम कर रही है। इसके साथ ही साथ कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) में बड़ा फेरबदल देखने को मिल सकते है। ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि जून के आखिर हफ्ते तक होने वाले बदलाव में कांग्रेस कार्यसमिति का गठन भी कर दिया जाएगा। पार्टी इस बदलाव में दलित, ओबीसी और अल्पसंख्यकों को बड़े पैमाने पर तरजीह देगी। यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी और राहुल गांधी के विदेश से आते ही इस पर अंतिम मुहर लग सकती है।

CWC में इन चेहरों को मिल सकती है जगह 

पार्टी के भरोसेमंद सूत्रों के मुताबिक इस बार सीडब्ल्यूसी के गठन में रमेश चेन्निथला, राज्यसभा सांसद रंजीत रंजन, महाराष्ट्र के बड़े दलित नेता नितिन राउत, कर्नाटक के वरिष्ठ नेता बीके हरिप्रसाद, महाराष्ट्र के पूर्व सीएम पृथ्वीराज चव्हाण और पूर्व कैबिनेट मंत्री सुबोदकांत सहाय, अल्का लांबा, गौरव गोगोई, ज्योति मनी, संजय निरुपम, दीपेंदर हुड्डा जैसे कई बड़े नेताओं के नामों की चर्चा रेस में सबसे आगे बताएं जा रहे है। इन नामों को अलावा कई ऐसे चेहरें है जिनकी बड़ी भूमिका पार्टी आने वाले दिनों में तय कर सकती है। 

इन नामों को हटाये जाने की चर्चा तेज 

सीडब्ल्यूसी गठन के साथ साथ 2024 लोकसभा चुनाव के मद्देनजर पार्टी कई राज्यों के प्रभारी महासचिवों की छुट्टी करके नए चेहरों को जिम्मेदारी सौंप सकती है। जिनमे करीब एक दर्जन राज्यों के प्रभारी महासचिव बदले जाने की चर्चा है। जिन राज्यों के प्रभारी बदले जाने है उनमें पंजाब, यूपी, बंगाल, महाराष्ट्र, केरल, झारखंड, तमिलनाडु, पुड्डुचेरी, असम, ओडिशा, उत्तराखंड,यूपी शामिल है। जिन महासचिवों पर इस बार तलवार लटकी हुई है उनमें महासचिव अविनाश पांडे, पंजाब के प्रभारी हरीश चौधरी, महाराष्ट्र के प्रभारी एचके पाटिल, बिहार के प्रभारी भक्त चरण दास और केरल के पूर्व मुख्यमंत्री ओमन चांडी का नाम बताया जा रहा है। जिन्हें इस बार रिप्लेस किया जा सकता है। इनके अलावा कर्नाटक सरकार में मंत्री केएच मुनियप्पा, गुजरात के प्रभारी रहे रघु शर्मा और दिनेश गुंडो राव को भी बदले जाने की चर्चा सियासी गलियारों में तेज हो चली है।

प्रियंका गांधी और सुरजेवाला को मिलेगी विशेष जिम्मेदारी

बीते दिनों कांग्रेस महासचिव और यूपी प्रभारी प्रियंका गांधी के साथ साथ कर्नाटक चुनाव की जीत के चाणक्य कहे जाने वाले प्रभारी महासचिव रणदीप सुरजेवाला ने अपने अपने राज्यों के संगठन का प्रभार छोड़ने की पेशकश की है। ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि इन दोनों नेताओं को संगठन की जिम्मेदारियों से मुक्त करके नए पॉलिटिकल असाइनमेंट में लगाया जा सकता है। 
हिमाचल में करिश्माई जीत का चेहरा बनकर उभरी प्रियंका गांधी को मध्य प्रदेश समेत सभी चुनावी राज्यों और लोकसभा चुनावों के मद्देनजर पार्टी उनकी बड़ी भूमिका तय कर सकती है। तो वहीं रणदीप सिंह सुरजेवाला को कर्नाटक में जीत दिलाने के बाद मध्य प्रदेश में जीत दिलाने की बड़ी जिम्मेदारी सौंपी जाएगी और इसके लिए उन्हें विशेष पर्यवेक्षक नियुक्त किया जा सकता है। कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद देश के साथ प्रदेश और हाईकमान के बीच रणदीप सुरजेवाला के कद में काफी इजाफा हुआ है। सुरजेवाला की पिछले एक साल से कर्नाटक में की गई जमीनी मेहनत और रणनीतिक कौशल की बदौलत कांग्रेस ने सूबे में विजय पताका फहराने में सफल हुई।

 पार्टी के प्रकोष्ठों और मोर्चों में नई प्रतिभाओं को मिलेगा मौका 

कांग्रेस कार्यसमिति का गठन के अलावा पार्टी अपने अलग अलग मोर्चों और प्रकोष्ठों के मुखिया के नामों का ऐलान कर सकती है। जिनमें यूथ कांग्रेस,एनएसयूआई,सेवादल,कांग्रेस संचार विभाग को भी इस बार नया मुखिया मिलने वाले है। जिससे संगठन के ढांचे में सुधार और कार्यकर्ताओं के बड़े नेटवर्क में उर्जा का संचार हो सकें। 
राजस्थान के उदयपुर में कांग्रेस पार्टी का नव संकल्प शिविर में पार्टी के अंदर जिन बड़े बदलाव को लेकर सिफारिशें की गई थी। उसकी झलक नवगठित कांग्रेस कार्यसमिति में साफ तौर पर देखने को मिल सकती है।  
 

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16 June 2023, 07:30 PM IST

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