'गठबंधन करना या नहीं... साफ करो', दिल्ली हार के बाद तारिक अनवर ने दागे सवाल
बिहार के कटिहार से सांसद अनवर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "कांग्रेस को अपनी राजनीतिक रणनीति को स्पष्ट करना होगा. उसे यह तय करना होगा कि वह गठबंधन की राजनीति करेगी या अकेले चुनाव लड़ेगी. इसके अलावा, पार्टी के संगठन में भी बुनियादी बदलाव की आवश्यकता है."

Tariq Anwar: दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में कांग्रेस को लगातार तीसरी बार करारी हार का सामना करना पड़ा है. इस बार भी पार्टी अपना खाता तक नहीं खोल पाई. इसके बाद कई नेताओं ने पार्टी को आत्मनिरीक्षण की सलाह दी है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता तारिक अनवर ने इस हार के बाद पार्टी को अपनी रणनीति पर पुनर्विचार करने की जरूरत बताई है. उन्होंने कहा कि पार्टी को यह स्पष्ट करना चाहिए कि वह गठबंधन की राजनीति करना चाहती है या फिर अकेले चुनावी मैदान में उतरेगी.
अनवर ने आगे यह भी कहा कि कांग्रेस को संगठनात्मक बदलाव की दिशा में कदम उठाने चाहिए. हालांकि, उन्होंने इस बदलाव के लिए कोई खास दिशा-निर्देश नहीं दिए. बिहार के कटिहार से सांसद अनवर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "कांग्रेस को अपनी राजनीतिक रणनीति को स्पष्ट करना होगा. उसे यह तय करना होगा कि वह गठबंधन की राजनीति करेगी या अकेले चुनाव लड़ेगी. इसके अलावा, पार्टी के संगठन में भी बुनियादी बदलाव की आवश्यकता है."
कांग्रेस को अपनी राजनीतिक रणनीति को स्पष्ट करने की जरूरत है। उन्हें तय करना होगा कि वे गठबंधन की राजनीति करेंगे या अकेले चलेंगे।
— Tariq Anwar (@itariqanwar) February 10, 2025
साथ ही, पार्टी के संगठन में मूलभूत परिवर्तन करना भी जरूरी हो गया है।@INCIndia @INCSandesh
कांग्रेस के लिए बड़ा झटका
दिल्ली चुनाव के परिणामों ने कांग्रेस को एक और निराशा दी. पार्टी ने तीसरी बार भी एक भी सीट नहीं जीती, हालांकि उसका वोट शेयर 2 प्रतिशत बढ़ा है, जो एक हल्का सुधार है. यह हार कांग्रेस के लिए एक बड़ा झटका है, क्योंकि पार्टी का दिल्ली में कोई प्रभाव नहीं दिखा. अब पार्टी को आगामी बिहार विधानसभा चुनावों के लिए अपनी रणनीति को सुधारने की आवश्यकता होगी, जहां वह राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के साथ गठबंधन में है.
संगठनात्मक ढांचे में बदलाव की जरूरत
इस हार के बाद पार्टी के भीतर गंभीर चर्चा हो रही है कि कांग्रेस को अपनी राजनीतिक दिशा और संगठनात्मक ढांचे को लेकर बदलाव करने की जरूरत है. यह भी माना जा रहा है कि पार्टी को आगामी चुनावों में सफल होने के लिए अपनी रणनीति पर पुनर्विचार करने की आवश्यकता है, ताकि वह भविष्य में बेहतर प्रदर्शन कर सके.