CONGRESS: विपक्षी दलों की बैठक से पहले केजरीवाल को खुश करने की कोशिश, कांग्रेस ने अध्यादेश पर दिया ये संकेत
Opposition Meeting: विपक्ष की बैठक से पहले कांग्रेस ने केजरीवाल सरकार के साथ होने का संकेत दिया है. कांग्रेस का कहना है कि वह केंद्र की ओर से राज्यपालों के माध्यम से संघीय ढांचे पर किए जा रहे हमले के मुद्दे को सदन में उठाएगी.
Opposition Meeting:18 जुलाई को बेंगलुरू में होने वाली विपक्षी एकता बैठक से पहले कांग्रेस पार्टी ने बड़ा फैसला लिया है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने संकेत दिया है कि पार्टी केजरीवाल सरकार के साथ है. इससे पहले जयराम रमेश सोनिया गांधी के आवास पर आयोजित संसदीय रणनीति समूह की बैठक में शामिल हुए थे. इस बैठक में संसद के मानसून सत्र में उठाए जाने वाले मुद्दों पर चर्चा की गई.
20 जुलाई से संसद का मानसून सत्र शुरू होने जा रहा है. संसदीय रणनीति समूह की बैठक के बाद कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने बताया कि केंद्र सरकार द्वारा राज्यपालों के माध्यम से संघीय ढांचे पर किए जा रहे हमले को हम संसद में उठाएंगे. इसके अलावा कांग्रेस कांग्रेस मणिपुर हिंसा, बालासोर ट्रेन हादसा और मुद्रास्फीति के मामले को लेकर केंद्र सरकार को संसद में घेरेगी.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 23 जून को पटना में विपक्षी एकता की पहली बैठक में केजरीवाल नाराज हो गए थे. उनका कहना था कि दिल्ली के अध्यादेश को लेकर कांग्रेस अपना रुख स्पष्ट करे. विपक्ष की दूसरी बैठक में केजरीवाल शामिल होते है या नहीं ये इस बात पर निर्भर करता है कि कांग्रेस आगे क्या रूख अपनाती है. हालांकि बैठक से पहले कांग्रेस ने केजरीवाल का समर्थन करने का संकेत दिया है.
इस बीच आम आदमी पार्टी ने बेंगलुरु में विपक्ष की बैठक से पहले रविवार को राजनीतिक मामलों की समिति (PAC) की बैठक बुलाई है. पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए पीएसी बैठक में शामिल होंगे. बेंगलुरु में विपक्ष की बैठक में हिस्सा लेने का फैसला इस बैठक के बाद लिए जाने की संभावना है.
बता दें कि पटना में विपक्षी दलों की बैठक के बाद सीएम अरविंद केजरीवाल ने स्पष्ट कहा था कि केंद्र के अध्यादेश के खिलाफ कांग्रेस उसका समर्थन नहीं करती है तो आम आदमी पार्टी अगली बैठक में शामिल नहीं होगी.