Red Diary: क्या है लाल डायरी का राज? जिससे है गहलोत को बेचैनी; और पूर्व मंत्री गुढ़ा को सता रहा हमले का डर ?
राजस्थान की राजनीति में लाल डायरी एक बड़ी मिस्ट्री बन चुकी है जिसके चलते गहलोत सरकार पर भ्रष्टाचार के संगीर्ण आरोप लग रहे हैं. चलिए बताते हैं लाल डायरी का पूरा राज..
Red Diary: विधानसभा से बाहर निकल कर राजस्थान सरकार से बर्खास्त हुए पूर्व ग्रामीण विकास राज्यमंत्री राजेंद्र गुढ़ा मीडिया के सामने रो पड़े. आधी फटी हुई लाल डायरी दिखाते हुए गुढ़ा ने कहा, " इसमें गहलोत सरकार का पूरा काला चिट्ठा है. किस प्रकार से गहलोत ने विधायकों को खरीदा और निर्दलीय विधायकों को क्या-क्या दिया. इस डायरी में आपके सारे काले कारनामें दर्ज हैं. मैं इसका राज जनता के सामने जरूर लाऊंगा."
मामले की शुरुआत को समझिए
सोमवार को विधानसभा सत्र के दौरान हुआ भी वही. गुढ़ा ने सभा में लाल डायरी लहराई और अपनी बात कहना शुरू करते कि तभी स्पीकर ने मार्शलों से कहकर उन्हें बाहर निकालने को कहा. विधानसभा से बाहर किए जाने पर भी वह अंदर जाने का प्रयास करते रहे लेकिन उन्हें जाने नहीं दिया गया जिसके बाद मीडिया के सामने आकर उन्होंने लाल डायरी की व्यथा कह सुनाई.
क्या है लाल डायरी?
राजेंद्र गुढ़ा के मुताबिक लाल डायरी गहलोत के काले कारनामों का वो कल्ला चिट्ठा है जिसमें उनके भ्रष्टाचार का पूरा विवरण दर्ज है. रविवार को एक मीडिया संस्थान को इंटरव्यू देते हुए गुढ़ा ने कहा था कि गहलोत ने उनसे कह कर उसे जलवाया था. अगर राठौड़ के घर से वे उस डायरी को निकाल कर न लाते तो सीएम गहलोत को बड़ी समस्या हो जाती.
राठौड़ के घर पर रेड पड़ने पर गुढ़ा उस डायरी को निकाल कर लाए
गुढ़ा ने मीडिया से बातचीत में बताया था कि जब राजस्थान के राज्य पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष धर्मेंद्र राठौड़ के आवास पर ED का छापा पड़ा तो सीएम गहलोत ने उन्हें लाल डायरी निकाल कर लाने को कहा. गुढ़ा कहते हैं कि वे किसी तरह घर की ग्रिल काटकर वो डायरी निकाल कर लाए जिसके बाद गहलोत ने उस डायरी को जलाने का आदेश दिया. गुढ़ा का कहना है कि उस डायरी के एक से ज्यादा पार्ट थे उसका एक आधा हिस्सा जल गया है लेकिन अभी भी कुछ हिस्से बचे हैं जिनमें तमाम कारनामे दर्ज हैं.
विधानसभा में गुढ़ा के साथ हुई अभद्रता
सोमवार को जब विधानसभा में डायरी लहराने के प्रकरण के बाद गुढ़ा बाहर निकले और मीडिया के सामने रोते हुए बात कर रहे थे उन्होंने कहा कि मुझसे डायरी छीन ली गई लेकिन आधा पार्ट मेरे पास है. गुढ़ा ने मीडिया से बातचीत में कहा कि मुझ पर 50 लोगों ने हमला किया. मुझे लात-घूंसों से मारकर जमीन पर पटक दिया गया. लेकिन मेरे पास अभी भी वो लाल डायरी का आधा हिस्सा मौजूद है जिसमें गहलोत के सारे कारनामे मौजूद हैं.
"मैं पहले गलतोत का खास था"
राजेंद्र गुढ़ा ने कहा कि उन्होने अशोक गहलोत का चेहरा देखकर उनका समर्थन किया था. अशोक गहलोत के अनुनय पर वे उनके साथ आए जब तक वे उनकी सारी बात मानने थे दबतक सब ठीक था. वे गहलोत बहुत खास थे लेकिन जब से विधानसभा में उन्होने अपनी ही सरकार को घेरा है तबसे वे उनके निशाने पर हैं.
"आगे भी करूंगा खुलासा"
पिछले कुछ दिनों से लगातार चर्चा में बने राजेंद्र गुढ़ा ने कहा है कि वे गहलोत के इस लाल डायरी का ब्योरा लोगों के सामने जरूर लाएंगे. आगे भी वे इस मामले को लेकर खुलासे कर सकते हैं. गुढ़ा के ऐसे बयानों से राजनीति गर्माई हुई है. हालांकि, वह फिलहाल मीडियो को डायरी नहीं दिखा रहे हैं इसलिए उनकी बातों पर संशय बना हुआ है.
भाजपा हुई हमलावर
गुढ़ा के ऐसे खुलासों के बाद से ही भारतीय जनता पार्टी के कई नेता गहलोत और उनकी सरकार पर आरोप लगा रहे हैं. केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा है कि अशोक गहलोत को भ्रष्टाचार का डर सता रहा है. वे लाल डायरी का राज सभी को क्यों नहीं बताते. राजस्थान की कानून व्यवस्था की हालत बहुत खराब है. महिला अपराध के मामले भी लगातार बढ़ते जा रहे हैं.
मैं (राजस्थान के मुख्यमंत्री) अशोक गहलोत से पूछना चाहता हूं कि यह 'लाल डायरी' क्या है? इसे लेकर सरकार में बेचैनी क्यों है?: राजस्थान के बर्खास्त मंत्री और कांग्रेस नेता राजेंद्र गुढ़ा द्वारा 'लाल डायरी' का उल्लेख करने पर केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, दिल्ली pic.twitter.com/WdjvNdKRzJ
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 24, 2023