JN.1 Covid Variant: भारत में तेजी के साथ बढ़ रहे कोरोना JN.1 वेरिएंट के मामले, WHO ने किया सतर्क...
JN.1 Covid Variant: कोरोना वायरस ने एक बार फिर से दुनियाभर में चिंता बढ़ा दी है. कोरोना दुनियाभर फिर से फैलने लगा है. लोगों को बुखार, जुकाम जैसी समस्या का सामना करना पड़ रहा है.
JN.1 Covid Variant: कोरोना वायरस के नए वैरिएंट JN.1के मामले बढ़ते जा रहे हैं. शुक्रवार को केवल केरल में 265 नए केस सामने आए हैं. देश में फिलहाल 2997 से ज्यादा एक्टिव केस हैं, जिनमें अकेले केरल में 2600 से अधिक मामले हैं. कोरोना वायरस के J.1 वेरिएंट पर बढ़ती चिंताओं के बीच डब्ल्यूएचओ की पूर्व मुख्य वैज्ञानिक डॉ. सौम्या स्वामीनाथन ने कहा कि लक्षण दिखते ही इलाज करा लें.
कोविड के 265 मामले
कोरोना वायरस के नए वैरिएंट स्वरूप JN.1 संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है, और केरल में स्थिति सबसे गंभीर होती जा रही है. स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा शुक्रवार सुबह जारी आंकड़ों के मुताबिक, पिछले 24 घंटों में देशभर में 640 नए मामले सामने आए हैं. जिनमें से केरल में अकेले कोरोना के 265 नए मरीज मिले हैं. साथ ही एक संक्रमित की मौत भी केरल में हो गई. देश में फिलहाल कोरोना के 2997 एक्टिव केस हैं.
सरकार का अलर्ट
केंद्र सरकार ने लोगों को सलाह दी है कि वे भीड़भाड़ वाली जगहों पर मास्क ले जाना शुरू करें। प्रयोगशाला या जलाशयों वाली जगह पर प्लांटर का उपयोग करने की तैयारी की गई है.दो दिन पहले केरल से मैसाचुसेट्स में भी एक व्यक्ति की मौत के बाद संक्रमण को लेकर चिंता बढ़ गई है. केरल में मामलों के बढ़ने की वजह से पड़ोसी राज्य टेम्प्लेट, कर्नाटक और गोआ में भी खास तौर पर सतर्कता बरती जा रही है.
केरल में संक्रमण सबसे ज्यादा
कोरोना संक्रमण को लेकर केरल में सबसे ज्यादा चिंता है. राज्य में दो दिनों में चार मौतों के साथ, तीन साल पहले संक्रमण शुरू होने के बाद से केरल में मौतों की कुल संख्या 72,600 तक पहुंच गई है. केरल में हाल ही में कोरोना के नए सब-वेरिएंट जेएन.1 का पता चला था. इसके कारण पड़ोसी राज्य अमेरिका, तमिलनाडु, गोवा में भी स्टॉक एक्सचेंज जारी है। केंद्र सरकार ने राज्य को किसी भी तरह के हालात से बचाने के लिए तैयारी की तैयारी दी है.
देश भर में अभी कितने हैं कोरोना मरीज
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि देश में संक्रमण से उबरने वालों की संख्या बढ़कर 4.4 करोड़ (4,44,70,887) हो गई. कोविड से नेशनल रिकवरी रेट 98.81 प्रतिशत है. राहत वाली बात यह है कि फिलहाल मृत्यु दर केवल 1.18 फीसदी है. देश भर में अब तक कुल 5 लाख 33 हजार 328 लोगों की मौत हुई है. अभी भी पूरे देश में 2997 लोग अस्पतालों में इलाजरत हैं. वही कोरोना के टीके की 220 करोड़ 67 लाख 79 हजार 81 खुराक दी जा चुकी हैं.
WHO ने क्या कहा
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूबीए) की पूर्व मुख्य वैज्ञानिक डॉ. सौम्या स्वामीनाथन ने जनता का आकलन करते हुए कहा कि अभी डरने की जरूरत नहीं है. कोरोना को नए वेरियंट को देखते हुए कहा की ज्यादा घबराने की जरूरत नही है. समय से रहते इसका इलाज करने पर ठीक हो सकते हैं. साथ ही उन्होंने कहा, "हमें रुकने की जरूरत है लेकिन हमें चिंता करने की जरूरत नहीं है, क्योंकि हमारे पास यह बताने के लिए कोई डेटा नहीं है कि यह वैरिएंट जेएन.1 अधिक गंभीर है या यह निमोनिया है... हमारे पास कोई नहीं है, ऐसा कोई डेटा नहीं है।" जिससे मृत्यु होने वाली है.
स्वामीनाथन ने कहा, "मुझे लगता है कि सामान्य तरीके से उपाय करने की जरूरत है. हम ओमीक्रॉन से अज्ञात थे, इसलिए यह एक ही परिवार है. इसलिए बहुत कुछ नहीं बदला है, लेकिन 1 या 2 नए चित्र आए हैं. यह रुचि का एक प्रकार है. यह चिंता का एक प्रकार नहीं है"