Covid Vaccination Update : UNICEF की वार्षिक रिपोर्ट में दावा, भारत में 27 लाख बच्चों को नहीं लगा कोरोना का एक भी टीका
यूनिसेफ एक वार्षिक में रिपोर्ट कोविड-19 के समय भारत में बिना डोज लिए बच्चों की संख्या 30 लाख हो गई थी। लेकिन अब 27 लाख ऐसे बच्चे हैं जिन्हें अब तक एक भी कोरोना का टीका नहीं लगा है।
यूनिसेफ ने कोविड वैक्सीनेशन विषय पर एक वार्षिक रिपोर्ट जारी की है। इस रिपोर्ट का शीर्षक ‘दुनिया के बच्चों की स्थिति-2023’ है। यूनिसेफ ने अपनी यह रिपोर्ट कोविड-19 काल के दौरान विश्व के 55 देशों में बच्चों के कोविड टीकाकरण के आंकड़ों को लेकर जारी की है।
रिपोर्ट के अनुसार 55 देशों में से 52 देशों में कोरोना महामारी के दौरान बच्चों के वैक्सीनेशन महत्व को समझने में कमी आई है। 55 देशों में से तीन देशों में कोविड-19 महामारी के समय कोरोना टीकाकरण के महत्व को समझने की धारणा बनी है और इसमें भारत भी शामिल है।
27 लाख बच्चों को नहीं लगा टीका
यूनिसेफ की रिपोर्ट में कहा गया कि भारत में 27 लाख ऐसे बच्चे हैं जिन्हें अब तक एक भी कोरोना का टीका नहीं लगा है। भारत में शून्य डोज वाले 50 फीसदी बच्चे 11 राज्यों के 143 जिलों में रहते है। जिसके कारण देश में कोरोना के बढ़ते मामले के बीच संक्रमण दर और बढ़ सकती है। रिपोर्ट में आगे बताया गया कि जिन बच्चों को अब तक कोविड की एक भी डोज नहीं लगी है उसका प्रमुख कारण कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर सही सूचना की कमी है।
यूनिसेफ ने की भारती की सराहना
यूनिसेफ ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि कोविड-19 के समय भारत में बिना डोज लिए बच्चों की संख्या 30 लाख हो गई थी। लेकिन 2020 से 2021 के बीच भारत में कोविड टीकाकरण अभियान के तहत इसे कम करके 27 लाख कर लिया गया। इस रिपोर्ट में बताया गया कि भारत में यह बदलाव मिशन इंद्रधनुष, व्यापक प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं और सरकार द्वारा उठाए गए कदम की वजह से ही संभव हुआ है।
गलत सूचना से आई कमी
रिपोर्ट में बताया गया कि 55 देशों में 80 फीसदी देशों ने बच्चों के वैक्सीनेशन को आवश्यक समझा। इसके बावजूद बच्चों में टीके को लेकर विश्वास कम हुआ। इन सबका कारण वैक्सीन को लेकर हिचकिचाहट का खतरा बढ़ रहा है। रिपोर्ट में आगे कहा गया कि 2019 और 2022 के बीच 112 देशों में विश्व भर के 6.7 करोड़ बच्चों को वैक्सीन नहीं लगाई गई थी। महामारी शुरू होने पर घाना, सेनेगल,दक्षिण कोरिया, पापुया न्यूगिनी, और जापान जैसे देशों में एक-तिहाई से अधिक बच्चों का कोविड वैक्सीनेशन नहीं किया गया।