संतरे दिखाकर ब्रेस्ट कैंसर के प्रति जागरूक करने से खड़ा हुआ नया विवाद, कौन-कौन से विज्ञापन बने विवादित
Delhi Metro Advertisement: महिलाओं में स्तन कैंसर के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए दिल्ली मेट्रो में संतरे के इस्तेमाल पर विवाद खड़ा हो गया है. Youwecan के AI-जनरेटेड विज्ञापन में महिलाओं को संतरे पकड़े हुए दिखाया गया है, और विज्ञापन अंग्रेजी में सलाह देता है कि हर महीने अपने संतरे जांचें. इसलिए लोगों ने इसकी आलोचना की है.
Delhi Metro Advertisement: महिलाओं में स्तन कैंसर के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए दिल्ली मेट्रो में संतरे के इस्तेमाल पर विवाद खड़ा हो गया है. Youwecan के AI-जनरेटेड विज्ञापन में महिलाओं को संतरे पकड़े हुए दिखाया गया है, और विज्ञापन अंग्रेजी में सलाह देता है कि हर महीने अपने संतरे जांचें. इसलिए लोगों ने इसकी आलोचना की है.
दिल्ली मेट्रो में लगे इन विज्ञापनों ने ब्रेस्ट कैंसर जैसे गंभीर मुद्दे की अहमियत को कम कर दिया है. शिकायतकर्ताओं का कहना है कि विज्ञापन को क्रिएटिव बनाने के नाम पर एक गंभीर मुद्दे को रफा-दफा कर दिया गया है.
विज्ञापन जिन पर मचा बवाल
कुछ दिन पहले बॉडी स्प्रे ब्रांड लेयर्स शॉट डीओ की विज्ञापन भाषा और इसके लिए महिलाओं का इस्तेमाल विवादास्पद हो गया था. इस विज्ञापन को बनाने वाली कंपनी को सोशल मीडिया पर ट्रोल किया गया. उस समय इस विज्ञापन की बलात्कार को बढ़ावा देने वाला बताकर आलोचना की गई थी. इस विज्ञापन में तीन बच्चे नजर आते हैं. तीन लोग शॉपिंग सेंटर जाते हैं.
विवाद के बाद सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने हटाया
वहां तीन इत्र रखे हुए हैं. वहां एक लड़की भी खड़ी है. लड़के आपस में चर्चा करते हैं कि हम चार हैं और शॉट केवल एक है. शॉट कौन लेगा. यह सुनकर लड़की पीछे मुड़ जाती है. उसे डरा हुआ दिखाया गया है. उसके चेहरे पर गुस्सा है. इसी तरह इस ब्रांड के एक अन्य विज्ञापन में टैग लाइन 'शॉट तो मारा होगा' की भाषा का इस्तेमाल किया गया था. विवाद के बाद सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने इस घोषणा को हटा दिया था.
करवा चौथ विज्ञापन वापस
डाबर कंपनी को समलैंगिक जोड़ों के लिए अपना करवा चौथ विज्ञापन वापस लेना पड़ा. डाबर के कॉस्मेटिक ब्रांड फेम के एक विज्ञापन में दो महिलाओं को कारवां चौथ मनाते हुए छलनी से एक-दूसरे का चेहरा देखते हुए दिखाया गया है. मध्य प्रदेश बीजेपी नेता नरोत्तम मिश्रा द्वारा कार्रवाई की मांग के बाद घोषणा वापस ले ली गई.