Ransomware attack on Banks: देश के लगभग 300 छोटे आकार के ऋणदाताओं, बैंकों के ग्राहक ATM से नकदी निकालने या UPI का इस्तेमाल करने में समस्या फेस कर रहे हैं. उनका पेमेंट बार-बार फेल हो रहा है. ऐसा C-Edge Technologies पर रैनसमवेयर पर साइबर अटैक के कारण हो रहा है. नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने ऐसी आशंका जताई है. इसके बाद से ही समस्या को हल करने के लिए बड़े स्तर पर काम हो रहा है. सबसे ज्यादा इस अटैक से सहकारी और क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक प्रभावित हुए हैं.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, समस्या का असर न सहकारी बैंकों और ग्रामीण क्षेत्रीय बैंकों के ग्राहकों पर पड़ा है. सेंधमारी से दो दिनों से इस परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. फिलहाल बड़ी पैमेंट सिस्टम की सुरक्षित रखने के लिए उन्हें सी-एज सिस्टम को अलग करना पड़ा है. इससे 17 जिला सहकारी बैंकों समेत देश भर के लगभग 300 बैंक प्रभावित हुए हैं.
NPCI ने कहा कि यह संज्ञान में लाया गया है कि सहकारी और क्षेत्रीय ग्रामीण बैंकों को सेवा देने वाली टेक्नोलॉजी सर्विस प्रोवाइडर C-Edge Technologies रैंसमवेयर हमले से प्रभावित हुई है. बहाली के लिए सी-एज टेक्नोलॉजीज के साथ युद्धस्तर पर काम चल रहा है. जरूरी सुरक्षा समीक्षा प्रक्रिया जारी है. प्रभावित बैंकों से कनेक्टिविटी जल्द बहाल किया जाएगा.
इस समस्या से सबसे ज्यादा वो बैंक प्रभावित हो रहे हैं जो सी-एज टेक्नोलोजिज पर निर्भर रहते हैं. सी-एज टेक्नोलोजिज, एसबीआई और टीसीएस का जॉइंट वेंचर है. ये छोटे बैंको के साथ फाइनेंस सर्विस के लिए पेमेंट सिस्टम को सुचारू बनाने के लिए काम करती है.
रैनसमवेयर एक मालवेयर होता है, जो आपके कंप्यूटर में घुसकर एक्सेस हासिल कर लेता है. वो आपके सभी फाइल को एन्क्रिप्टेड कर देता है. इसके बाद आपको एक्सेस वापस देने के एवज में फिरौती मांगता है.