Cyclone Biporjoy: 20 जून की शाम तक सभी गांवों में बिजली सुचारु कर दी जाएगी: अमित शाह
Cyclone Biporjoy: कच्छ के जखाऊ में शेल्टर होम में स्थानांतरण हुए लोगों से मिलने के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा प्रधानमंत्री मोदी ने समीक्षा बैठक रखी थी जिसमें तंत्र को सतर्क करने के लिए अलग-अलग बैठक, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग और सूचनाओं को आदन प्रदान हुआ... 140 किमी की रफ्तार के साथ चक्रवात जब तट से टकराता है.
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने चक्रवात बिपरजोय से प्रभावित क्षेत्रों में स्थिति का जायजा लेने के लिए भुज में कलेक्टर कार्यालय में सीएम भूपेंद्र पटेल और वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की। कच्छ के जखाऊ में शेल्टर होम में स्थानांतरण हुए लोगों से मिलने के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, "एक भी व्यक्ति की जान इस चक्रवात में नहीं गई है, जब यह जानकारी मिलती है तो काम करने का संतोष होता है। मैं गुजरात के मुख्यमंत्री और तहसील स्तर तक पर पटवारी और पंचायत के लोगों को बहुत बहुत बधाई और साधुवाद देना चाहता हूं कि इतने बड़े संकट में से कम से कम नुकसान के साथ गुजरात की जनता को बाहर निकाला गया है।"
20 तक सभी गावों की बिजली शुरू कर दी जाएगी: अमित शाह
अमित शाह ने आगे कहा, "इस आपदा में केवल 47 लोग घायल हुए हैं और उनमें से भी कोई इस प्रकार से चोटिल नहीं है कि उसे गंभीरता की श्रेणी में रखा जाए। 234 पशुओं की मृत्यु इस आपदा में हुई है। इतनी बड़ी कोस्टलाइन में, इतने कम नुकसान के साथ बाहर निकलने के लिए गुजरात सरकार अभिनन्दन की अधिकारी है।
3400 गांवों में बिजली बंद की गई थी जिसमें से 1600 गांवों में बिजली दोबारा शुरू कर दी गई है। मुझे प्रशासन ने बताया है कि 20 तारीख की शाम तक सभी गांवों में बिजली आपूर्ति शुरू कर दी जाएगी। 1206 गर्भवती महिलाओं को सुरक्षित अस्पताल में पहुंचाया गया, मैं मिल कर आया हूं... सभी गर्भवती बहनों ने इंतजामों पर संतोष व्यक्त किया है।
सभी बलों ने सभी के साथ कंधे पे कंधे मिलाकर काम किया: शाह
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा, "गुजरात में सुरक्षित बचाव अभियान टीम वर्क का एक उत्कृष्ट उदाहरण है। केंद्रीय स्तर से लेकर राज्य स्तर तक, सभी एजेंसियों ने, सभी राजनीतिक दलों ने, गैर-सरकारी संगठनों ने चक्रवात बिपरजोय के गंभीर प्रभावों से लोगों को बचाने के प्रयास किए हैं। यह हमारे सामने टीम वर्क का एक बेहतरीन उदाहरण प्रस्तुत करता है"।
1 लाख से ज्यादा मछुवारों को समय से किनारे पर लेकर उनकी जान बचाने का काम भारत सरकार और गुजरात सरकार की एजेंसियों ने किया है। NDRF की 19, SDRF की 13 टीमों और दो रिजर्व बटालियनों ने अपनी जान जोखिम में डाल कर काम किया है। सेना, नौसेना, वायुसेना, तटरक्षक बल, BSF, राज्य पुलिस और स्टेट रिजर्व पुलिस ने NDRF और SDRF के साथ कंधे से कंधा मिला कर काम किया है। संचार व्यवस्थाएं करीब करीब री-स्टोर की जा चुकी हैं ऐसा संतोष के साथ कहा जा सकता है।