Cyclone Dana: ओडिशा और पश्चिम बंगाल में चक्रवात 'दाना' के खतरे के मद्देनजर सभी स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए हैं और 150 से अधिक ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं. भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने चेतावनी दी है कि चक्रवात 'दाना' 25 अक्टूबर की सुबह 120 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तटों को पार कर सकता है, जिससे पुरी और सागर द्वीप के बीच का इलाका प्रभावित होगा.
इस चक्रवात के मद्देनजर ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटीय इलाकों में विशेष सतर्कता बरती जा रही है. दोनों राज्यों की सरकारों ने आपदा प्रबंधन इकाइयों को तैनात कर दिया है और हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है.
मौसम विभाग के अनुसार, चक्रवात 'दाना' पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक गहरे दबाव के रूप में शुरू हुआ और अब यह एक चक्रवाती तूफान में तब्दील हो गया है. आज सुबह 5:30 बजे सिस्टम पारादीप (ओडिशा) से 560 किमी दक्षिणपूर्व और सागर द्वीप (पश्चिम बंगाल) से 630 किमी दक्षिण-दक्षिणपूर्व में स्थित था. अगले 24 घंटों में इसके और तेज होने की संभावना है.
ओडिशा और पश्चिम बंगाल में चक्रवात की वजह से सभी शैक्षणिक संस्थान बंद कर दिए गए हैं. ओडिशा के 14 जिलों में 25 अक्टूबर तक स्कूल और कॉलेज बंद रहेंगे, वहीं पश्चिम बंगाल में सात जिलों में 26 अक्टूबर तक स्कूल बंद कर दिए गए हैं.
इसके अलावा, दक्षिण पूर्व रेलवे (SER) ने चक्रवात के मद्देनजर 150 से अधिक एक्सप्रेस और यात्री ट्रेनें रद्द कर दी हैं. इनमें हावड़ा-पुरी शताब्दी एक्सप्रेस, हावड़ा-भुवनेश्वर शताब्दी एक्सप्रेस और अन्य महत्वपूर्ण ट्रेनें शामिल हैं.
ओडिशा सरकार ने चक्रवात से निपटने के लिए अपने कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी हैं और तटीय जिलों को हाई अलर्ट पर रखा है. मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने सभी जिलों में आपदा रैपिड एक्शन फोर्स और अग्निशमन सेवा कर्मियों को तैनात करने का आदेश दिया है.
वहीं, पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि उनकी सरकार कोई जोखिम नहीं लेना चाहती और चक्रवात से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है.
मौसम विभाग ने मछुआरों को सलाह दी है कि वो 25 अक्टूबर तक समुद्र की ओर न जाएं. चक्रवात की वजह से समुद्री क्षेत्र में उच्च लहरें उठने की आशंका है, जो मछुआरों के लिए घातक हो सकती हैं.
चक्रवात 'दाना' का नाम कतर द्वारा सुझाया गया था, जिसका अर्थ है "उदारता". विश्व मौसम विज्ञान संगठन (WMO) के अनुसार, उष्णकटिबंधीय चक्रवातों को नाम देने से उनकी पहचान और चर्चा में आसानी होती है. इसके अलावा, यह भविष्य में उनके प्रभाव और व्यवहार पर शोध में भी मदद करता है. First Updated : Wednesday, 23 October 2024