कुछ दिनों से जिस चक्रवात का खतरा मंडरा रहा था अब वो सर पर है। मोचा तूफान को लेकर भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने अलर्ट जारी किया है। IMD ने कहा है कि चक्रवात मोचा के इस सप्ताह पश्चिम बंगाल और ओडिशा में दस्तक देने की उम्मीद है। मौसम विभाग ने बताया है कि चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी और इससे सटे दक्षिण अंडमान सागर के ऊपर बना हुआ है। इसके प्रभाव में सोमवार को इस इलाके के ऊपर एक कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है।

मौसम की निगरानी करने वाली एजेंसी ने जानकारी दी है कि उत्तर बंगाल के जिलों के चक्रवात के प्रभाव में आने की कोई संभावना नहीं है क्योंकि अगर चक्रवाती तंत्र बनता है तो अगले सप्ताह के अंत तक बांग्लादेश-म्यांमार के तटीय क्षेत्र में दक्षिण बंगाल को प्रभावित कर सकता है। वहीं सोमवार को पश्चिम बंगाल के कई जिलों में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। उत्तर और दक्षिण 24 परगना, हुगली, बांकुड़ा, बीरभूम, पुरबा मेदिनीपुर, हावड़ा, पुरबा और पश्चिम बर्धमान में शहर में बिजली गिरने के साथ हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है। इसके अलावा, अगले 24 घंटों में दार्जिलिंग, जलपाईगुड़ी, कलिम्पोंग, अलीपुरद्वार, कूचबिहार, उत्तर दिनाजपुर, दक्षिण दिनाजपुर और मालदा में हल्की बारिश के आसार हैं। आंध्र प्रदेश की बात करें तो वहां के तटीय इलाकों में तूफान को लेकर अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग के मुताबिक राज्य में तीन दिनों तक बारिश होगी। कुछ जगहों पर बिजली गिरने की भी संभावना है। मौसम विभाग ने ओडिशा के 18 जिलों में भी अलर्ट जारी किया है। 9 जिलों में तूफान और बिजली गिरने की चेतावनी के साथ येलो अलर्ट जारी किया गया है।

मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, ऐसा लगता है कि तूफान दक्षिणी अंडमान और निकोबार द्वीप की तरफ बढ़ सकता है। उन्होंने कहा है कि 8-11 मई के बीच अंडमान में भारी बारिश हो सकती है। आईएमडी और रिजनल मौसम केंद्र तूफान की दिशा का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं। उनका कहना है कि जब तक निम्न दबाव का क्षेत्र विकसित नहीं हो जाता है, तब तक तूफान के रास्ते के बारे में बता पाना मुश्किल है।