Delhi Air Pollution: दिवाली के बाद से देश के कई बड़े शहरों में वायु प्रदूषण का स्तर बढ़ गया है. पंजाब के अमृतसर में हालात सबसे ज्यादा खराब हैं, जहां लगातार तीसरे दिन एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 500 से ऊपर रहा. इसी के साथ अमृतसर देश का सबसे प्रदूषित शहर बन गया है. प्रदूषण की इस लहर में दिल्ली और एनसीआर के शहर भी प्रभावित हैं.
दिल्ली के कई इलाकों में AQI 500 से ऊपर दर्ज किया गया है, जो "गंभीर" श्रेणी में आता है. यह हवा स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक है. खासकर बच्चों, बुजुर्गों और उन लोगों के लिए जो पहले से श्वास संबंधी रोगों से ग्रस्त हैं, यह प्रदूषण गंभीर खतरा पैदा कर रहा है.
शनिवार को अमृतसर का औसत AQI 364 दर्ज किया गया, जबकि सुबह 11 बजे इसका स्तर 605 तक पहुंच गया. लुधियाना का औसत AQI 339 और हरियाणा के जींद का 337 रहा, जिससे ये शहर भी देश के सबसे प्रदूषित स्थानों में शामिल हो गए. बढ़ते प्रदूषण के कारण अमृतसर एयरपोर्ट पर तीन विमानों को चंडीगढ़ एयरपोर्ट की ओर डायवर्ट करना पड़ा.
दिवाली के बाद पराली जलाने की घटनाओं में भी इजाफा हुआ है. पंजाब में गुरुवार को 484, शुक्रवार को 587 और शनिवार को 379 जगहों पर पराली जलाई गई. इससे राज्य में पराली जलाने का कुल आंकड़ा 3,916 तक पहुंच गया है. इन घटनाओं में पिछले तीन दिनों में 37 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है, जिससे प्रदूषण का स्तर और बढ़ा है.
दिल्ली का AQI शनिवार शाम तक 316 दर्ज किया गया, जो सुबह के 290 से अधिक था. दिल्ली के आनंद विहार और सोनिया विहार में रात आठ बजे AQI 400 के पार पहुंच गया, जिससे इन क्षेत्रों में वायु गुणवत्ता बेहद खराब हो गई.
दिवाली के बाद हिमाचल प्रदेश के औद्योगिक क्षेत्रों में भी हवा की गुणवत्ता खराब हो गई. बद्दी में AQI 392, परवाणु में 217 और पोंटा साहिब में 145 तक पहुंच गया. राज्य के अन्य क्षेत्रों में भी वायु गुणवत्ता का स्तर मध्यम से लेकर बहुत खराब श्रेणी में दर्ज किया गया.
दिवाली से पहले देश के 51 शहरों में हवा की गुणवत्ता अच्छी थी, लेकिन अब केवल 26 शहरों में ही यह स्थिति है. बेहद खराब एयर क्वालिटी वाले शहरों की संख्या भी आठ से बढ़कर 50 हो गई है. घनी आबादी वाले शहरों में प्रदूषण का स्तर अपेक्षाकृत अधिक देखा गया है. प्रदूषण का यह स्तर स्वास्थ्य के लिए खतरनाक है. First Updated : Sunday, 03 November 2024