Delhi Assembly Elections: AAP ने जारी की उम्मीदवारों की पहली लिस्ट, 6 कैंडिडेट बीजेपी-कांग्रेस के दलबदलू

Delhi Assembly Elections: दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी ने 11 उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर दी है. AAP के इस कदम को चुनावी रणनीति के तौर पर देखा जा रहा है.  

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Delhi Assembly Elections: दिल्ली विधानसभा चुनावों से तीन महीने पहले ही आम आदमी पार्टी (AAP) ने अपने उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी कर सियासी हलचल मचा दी है. इस लिस्ट में 11 उम्मीदवारों के नाम हैं, जिनमें से 6 नेता बीजेपी और कांग्रेस छोड़कर 'आप' में शामिल हुए हैं. खासकर बीजेपी और कांग्रेस के नेताओं को अपने उम्मीदवारों के रूप में शामिल करके AAP ने विपक्षी दलों को चौंका दिया है.  

आम आदमी पार्टी की पहली लिस्ट में जिन नेताओं को टिकट दिया गया है, उनमें जुबैर चौधरी, दीपक सिंघला, सोमेश शौकीन, अनिल झा और बीबी त्यागी जैसे कई नए चेहरे भी हैं. ये नए चेहरे पहले बीजेपी और कांग्रेस से जुड़े हुए थे, जो अब 'आप' का हिस्सा बन चुके हैं. 

AAP की पहली लिस्ट में शामिल कैंडिडेट्स

1. दीपक सिंघला – विश्वास नगर
2. सोमेश शौकीन – मटियाला
3. बीबी त्यागी – लक्ष्मी नगर
4. अनिल झा – किराड़ी (बीजेपी छोड़कर आए)
5. राम सिंह – बदरपुर
6. गौरव शर्मा – घोंडा
7. मनोज त्यागी – करावल नगर
8. ब्रह्म सिंह तंवर – छतरपुर
9. जुबैर चौधरी – सीलमपुर (कांग्रेस छोड़कर आए, मतीन अहमद के बेटे)
10. वीर सिंह धींगान – सीमापुरी
11. सरिता सिंह – रोहतास नगर

इस पहली लिस्ट में आम आदमी पार्टी ने उन नेताओं को अहमियत दी है जो विपक्षी पार्टियों से आए हैं, जिनमें से जुबैर चौधरी कांग्रेस के पांच बार के विधायक मतीन अहमद के बेटे हैं. 

दिल्ली विधानसभा के कब होंगे चुनाव?

दरअसल, दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए सभी 70 सीटों पर फरवरी 2025 से पहले चुनाव होने की उम्मीद है. ऐसे में मतदान में अभी लंबा वक्त है. लेकिन राजनीतिक पार्टियां अभी से ही सक्रिय हो गई हैं. चुनाव से तीन महीने पहले ही कैंडिटेड्स की घोषणा करके 'आप' ने बाजी मार लिया है, 

उम्मीदवारों की घोषणा पार्टी की रणनीति

माना ये जा रहा है कि यह पार्टी की रणनीति का हिस्सा है. जिन उम्मीदवारों की घोषणा की गई है, इनमें से ज्यादातर लोग बीजेपी और कांग्रेस छोड़कर AAP ज्वाइन किए हैं. ऐसे में आम आदमी पार्टी विपक्षी दलों के नेताओं को संदेश देने की कोशिश कर रही हैं कि उनकी पार्टी में विपक्षी दलों से आने वाले नेताओं को मौका मिल सकता है. इसके साथ इस तरह के कदम से विपक्षी दलों के नेताओं के मनोबल पर असर पड़ सकता है.  First Updated : Thursday, 21 November 2024