Delhi: सीएम केजरीवाल ने बुलाई बैठक, यमुना ने खतरे के निशान को पार किया, बाढ़ प्रभावित इलाकों में धारा 144

Rain Updates: उत्तर भारत के राज्यों में लगातार भारी बारिश हो रही है. बारिश की वजह से ​नदियां उफान पर है. कई राज्यों में बाढ़ के हालात बने हुए है. यमुना का जलस्तर बढ़ने से दिल्ली में बाढ़ का खतरा बढ़ रहा है.

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Flood Updates: दिल्ली में भारी बारिश और यमुना का जलस्तर बढ़ने से बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है. इस बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शहर की स्थिति, यमुना के जलस्तर और इससे निपटने के लिए बुधवार को बैठक बुलाई है. वहीं दिल्ली सरकार के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने यमुना नदी के जलस्तर का निरीक्षण किया. दिल्ली पुलिस ने एहतियात के तौर पर बाढ़ प्रभावित इलाकों में धारा 144 लागू कर दी है. 

सीएम केजरीवाल ने गृह मंत्री को लिखा पत्र

बुधवार को सीएम अरविंद केजरीवाल ने यमुना के जलस्तर को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को एक पत्र लिखा है. उन्होंने पत्र में लिखा, 'हथिनीकुंड से सीमित मात्रा में पानी छोड़ा जाना चाहिए, ताकि यमुना का जलस्तर और न बढ़े. दिल्ली में G20 शिखर सम्मेलन होना है, इसलिए अगर दिल्ली में बाढ़ आती है, तो इससे दुनिया में अच्छा संदेश नहीं जाएगा.'

हरसंभव प्रयास किए जा रहे-अतिशी

लोक निर्माण विभाग (PWD) मंत्री आतिशी ने कहा, 'हमने राहत शिविर में रह रहे लोगों के लिए खाने, पीने, चिकित्सा की व्यवस्था की है. यमुना का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है इसलिए हम और अधिक व्यवस्था कर रहे हैं. यमुना का जलस्तर हरियाणा के रास्ते हिमाचल प्रदेश से आ रहे बारिश के पानी की वजह से बढ़ रहा है. हमारी केंद्रीय जल आयोग से बात हुई है. हम हरियाणा और हिमाचल प्रदेश की सरकार से भी बात करेंगे.'

सौरभ भारद्वाज ने किया यमुना का निरीक्षण

दिल्ली सरकार के मंत्री सौरभ भारद्वाज ने बुधवार को यमुना नदी के जलस्तर का निरीक्षण किया. उन्होंने कहा, 'अभी यमुना का लेवल 207.37 मीटर है ये खतरे के निशान से काफी ऊपर है. केंद्र जल आयोग के अनुमान के अनुसार इसका लेवल रात 10 बजे से 207.55 पहुंच सकता है. यानि दिल्ली के कुछ जगह पर यमुना अपनी तटबंधों को तोड़कर पार सकती है तो जहां पर भी ऐसा खतरा है वहां पर दिल्ली सरकार के सिंचाई नियंत्रण विभाग तटबंधों को मजबूत करने का काम कर रहा है.'

आप नेता ने आगे कहा, 'स्थिति पर लगातार नजर बनी हुई है. ये पानी दिल्ली के बारिश का पानी नहीं है बल्कि ये पानी हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, हरियाणा के हथनीकुंड बैराज से पानी छोड़ जा रहा है. हमारा केंद्र सरकार, हरियाणा और हिमाचल प्रदेश के सरकार से लगातार संपर्क है और हम चाहेंगे कि पानी उतना ही छोड़ा जाए जिससे तटबंध नहीं टूटे.' First Updated : Wednesday, 12 July 2023