Delhi High Court: भारत की नर्स को मिली यमन में मौत की सजा, मां ने हाईकोर्ट में लगाई गुहार, जानें पूरा मामला

Delhi High Court: दिल्ली हाईकोर्ट में भारतीय मूल की एक नर्स को मौत की सजा दी गई है. यह मामला एक यमनी नागिरक की हत्या का है जहां सुप्रीम कोर्ट ने मौत की सजा सुनाई है.

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Delhi High Court: यमन में एक भारतीय नर्स को मौत की सजा मिली जिसके बाद उसकी मां ने दिल्ली हाई कोर्ट से अपनी बेटी को बचाने के लिए गुहार लगाई. दरअसल यमन में एक भारतीय नर्स कतो मौत की सजा मिली है. नर्स निमिषा प्रिया पर आरोप है कि उन्होंने एक यमनी नागारिक की हत्या की है. जिसके बाद यह मुकदमा दिल्ली के हाई कोर्ट तक पहुंच गया.

निमिषा की मां की य़ाचिका हाईकोर्ट में ऐसे समय पर दायर की गई है जब 13 नवंबर को यमन की सुप्रीम कोर्ट ने भारतीय नर्स की उस याचिका को खारिज कर दिया. जिसमें उन्होंने फांसी की सजा को हटाने के लिए दिल्ली के हाईकोर्ट में गुहार लगाई थी. 

कौन हैं निमिषा प्रिया

निमिषा प्रिया करेल के पलक्कड़ जिले में रहती थीं. साल 2014 के आसपास निमिषा अपने पति के साथ यमन चली गई थीं. लेकिन आर्थिक तंगी के कारण निमिषा के पति और बच्चे भारत लौट आएं. यमन में निमिषा अकेल ही रहने लगीं जिसके बाद उन्होंने वहां पर अपना क्लीनिक खोल लिया. क्लीनिक को खोलने के बाद निमिषा ने अपने पति टोनी थॉमस के दोस्त तलाल आब्दो महदी से मदद ली थी. 

इसके अलावा निमिषा ने साल 2015 में क्लीनिक खोला जिसके बाद उन्होंने कमाई करनी शुरू कर दी. निमिषा का दोस्त तलाल कमाई में से हिस्सा मांगने लगा और उसको परेशान करने लगा. तलाल ने अपने और निमिषा की शादी के फर्जी दस्तावेज बनवाए.

शव के किए कई टुकड़े

जब वह अधिक परेशान करने लगा तो निमिषा ने उसकी शिकायत पुलिस को की. जिसके बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. कुछ दिनों बाद वह जेल से बाहर आ गया और निमिषा से पासपोर्ट छीन लिया. निमिषा ने अपना पासपोर्ट वापस लेने के लिए तलाल को नशीला इंजेक्शन दे दिया. लेकिन ओवरडोज से तलाल की मौत हो गई. इस दौरान निमिषा के साथ अब्दुल हनान भी था. निमिषा और हनान दोनों न मिलकर तलाल के शरीर के कई टुकड़े कर दिए. लेकिन पुलिस की छानबीन के दौरान दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया. First Updated : Saturday, 18 November 2023