Delhi Pollution: दिल्ली में वायु प्रदूषण का स्तर खतरनाक स्थिति में पहुंच गया है. हवा की गुणवत्ता लगातार खराब होती जा रही है, जिससे लोगों का सांस लेना मुश्किल हो गया है. शनिवार को दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 420 रिकॉर्ड किया गया, जो ‘गंभीर’ श्रेणी में आता है.
दिल्ली के लोनी में AQI 403 और नरेला इंडस्ट्रियल एरिया में 402 दर्ज किया गया. 38 निगरानी केंद्रों में से 9 केंद्रों पर AQI 450 से अधिक पहुंच गया, जो ‘गंभीर प्लस’ श्रेणी को दर्शाता है. अन्य 19 केंद्रों पर AQI 400-450 के बीच दर्ज किया गया.
दिल्ली के प्रमुख इलाकों में वायु गुणवत्ता गंभीर स्थिति में पहुंच चुकी है। नरेला, लोनी और आनंद विहार जैसे इलाकों में AQI 400 से भी अधिक दर्ज किया गया है. इसके अलावा, शहर के अन्य हिस्सों में भी वायु गुणवत्ता ‘बहुत खराब’ से ‘गंभीर’ श्रेणी में बनी हुई है.
सर गंगा राम अस्पताल के चेस्ट मेडिसिन विशेषज्ञ डॉ. उज्ज्वल पारख के अनुसार, "लंबे समय तक प्रदूषकों के संपर्क में रहने से फेफड़ों की कार्यक्षमता में कमी हो सकती है, जिससे अस्थमा और क्रोनिक ब्रोंकाइटिस जैसी बीमारियां गंभीर हो सकती हैं." वहीं रेस्पिरेटरी मेडिसिन की प्रोफेसर डॉ. अंकिता गुप्ता ने बताया कि वायु प्रदूषण फेफड़ों में हानिकारक कण पहुंचाकर सांस की बीमारियों को और बढ़ा सकता है. उन्होंने मास्क पहनने और प्रदूषण के संपर्क से बचने की सलाह दी.
दिल्ली में 25 दिनों से वायु प्रदूषण के स्तर में बदलाव देखने को मिल रहे हैं. बुधवार को हल्की राहत के बाद गुरुवार से हालात फिर बिगड़ने लगे. धूल, वाहनों का धुआं, पराली जलाने और ठंडी हवा के चलते यह स्थिति और गंभीर हो गई. प्रदूषण की समस्या को नियंत्रित करने के लिए सख्त कदम उठाने की जरूरत है. साथ ही, जनता को भी प्रदूषण से बचने और इसे कम करने में सहयोग देने के लिए जागरूक करने की जरूरत है.
- बाहर निकलते समय N95 मास्क पहनें.
- सुबह और शाम के समय टहलने से बचें.
- एयर प्यूरीफायर का इस्तेमाल करें.
- घर में ग्रीन प्लांट लगाएं जो हवा शुद्ध कर सकें.
- हाइड्रेटेड रहें और हेल्दी डाइट लें. First Updated : Sunday, 24 November 2024