CM आतिशी का फैसला: बढ़ते प्रदूषण के कारण दिल्ली के सभी प्राइमरी स्कूलों में ऑनलाइन क्लास!
दिल्ली में प्रदूषण ने हालात बेहद खराब कर दिए हैं. हवा इतनी ज़हरीली हो गई है कि लोग सांस भी ठीक से नहीं ले पा रहे. इस गंभीर स्थिति को देखते हुए दिल्ली सरकार ने एक बड़ा कदम उठाया है. अब सभी प्राइमरी स्कूलों में ऑनलाइन क्लासेस होंगी. जानिए, दिल्ली के किस-किस इलाके में AQI खतरनाक स्तर पर पहुँच गया और इसके बाद क्या कदम उठाए गए हैं!
Air Pollution Increases In Delhi: दिल्ली में प्रदूषण का स्तर खतरनाक स्थिति में पहुँच गया है. हवा इतनी प्रदूषित हो गई है कि लोगों के लिए साँस लेना भी मुश्किल हो रहा है. गंभीर होती इस समस्या को देखते हुए मुख्यमंत्री आतिशी ने ऐलान किया है कि दिल्ली के सभी प्राइमरी स्कूलों में अब ऑनलाइन क्लास करवाई जाएँगी ताकि बच्चों को जहरीली हवा से बचाया जा सके.
दिल्ली में बढ़ता प्रदूषण, AQI खतरनाक स्तर पर
दिल्ली के अधिकतर इलाकों में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) गंभीर श्रेणी में पहुँच चुका है. केंद्रीय प्रदूषण एवं नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के मुताबिक, गुरुवार सुबह दिल्ली का औसत AQI 430 पर पहुँच गया, जो गंभीर श्रेणी में आता है. इसके अलावा, दिल्ली एनसीआर के आसपास के क्षेत्रों में भी स्थिति चिंताजनक है. गुरुग्राम में AQI 309, गाजियाबाद में 375 और नोएडा में 367 दर्ज किया गया है.
दिल्ली के विभिन्न इलाकों का AQI स्तर
राजधानी के अलग-अलग क्षेत्रों में AQI की स्थिति बेहद गंभीर है. उदाहरण के लिए, आनंद विहार में AQI 473 पर है, जो कि अत्यंत खराब श्रेणी में आता है. इसी तरह, चांदनी चौक में 407, आईजीआई एयरपोर्ट पर 435, आईटीओ में 434 और जहांगीरपुरी में 471 का स्तर दर्ज किया गया है. इन खतरनाक स्तरों पर प्रदूषण का मतलब है कि यहाँ की हवा लोगों की सेहत के लिए बेहद हानिकारक है.
कुछ इलाकों में 400 से कम AQI
दिल्ली के पाँच इलाकों में AQI 300 और 400 के बीच है, लेकिन यह स्तर भी सुरक्षित नहीं माना जा सकता. मथुरा रोड में AQI 395, डीटीयू में 398, लोधी रोड में 370 और श्री अरविंदो मार्ग में 345 दर्ज किया गया है, जो कि खराब स्थिति में हैं. AQI को सामान्य तौर पर कई स्तरों में बाँटा जाता है: 0 से 50 तक अच्छा, 51 से 100 संतोषजनक, 101 से 200 मध्यम, 201 से 300 खराब, 301 से 400 बेहद खराब और 401 से 500 गंभीर. 450 से अधिक होने पर इसे गंभीर प्लस की श्रेणी में रखा जाता है, जिसका मतलब है कि यह स्वास्थ्य के लिए अत्यधिक खतरनाक है.
बढ़ते प्रदूषण से निपटने के उपाय
दिल्ली सरकार ने प्रदूषण की गंभीर स्थिति को देखते हुए लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी है. स्कूलों में ऑनलाइन क्लासेज़ का फैसला बच्चों को इस खतरनाक हवा से बचाने के लिए लिया गया है. इसके अलावा, लोगों से अपील की गई है कि वे कम से कम बाहर निकलें और मास्क का उपयोग करें.