दिवाली के बाद दिल्ली की सांसें घुटीं, खतरनाक स्तर पर AQI 380 के पार पहुंचा
दिवाली के जश्न के अगले दिन राष्ट्रीय राजधानी में धुंध की एक मोटी परत छा गई, जिससे वायु गुणवत्ता और खराब हो गई। शुक्रवार सुबह दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 361 दर्ज किया गया, जो कल के 328 के स्तर से काफी अधिक था।
नई दिल्ली. दिवाली के मौके पर इस साल दिल्ली की वायु गुणवत्ता (AQI) ने पिछले तीन वर्षों में सबसे खराब स्थिति दर्ज की। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के आंकड़ों के अनुसार, दिवाली 2023 पर दिल्ली का AQI 218 था, जबकि 2022 में यह 312, 2021 में 382, 2020 में 414, 2019 में 337, 2018 में 281, 2017 में 319 और 2016 में 431 रहा था।
कई इलाकों में AQI 380 के पार
CPCB के अनुसार, दिल्ली के कई इलाकों में AQI 380 के पार पहुंच गया, और कुछ क्षेत्रों में तो यह 390 को भी पार कर गया। आरके पुरम में AQI 398 तक दर्ज किया गया, जो बेहद गंभीर श्रेणी में आता है।
#WATCH | Delhi: A thin layer of smog engulfs the National Capital as the air quality continues to deteriorate.
— ANI (@ANI) November 1, 2024
As per the CPCB, the AQI of the area is 317, in the 'very poor' category.
(Visuals from India Gate) pic.twitter.com/nKvFMOPZrd
इलाका-वार AQI विवरण
दिल्ली के कई इलाकों में वायु गुणवत्ता की स्थिति गंभीर रही। यहां प्रमुख क्षेत्रों का AQI इस प्रकार है:
- आनंद विहार: 395
- अशोक विहार: 387
- बुराड़ी क्रॉसिंग: 395
- चांदनी चौक: 337
- द्वारका-सेक्टर 8: 376
- IGI एयरपोर्ट (T3): 375
- ITO: 334
- जहांगीरपुरी: 390
- जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम: 343
- लोधी रोड: 314
- मुंडका: 374
- नजफगढ़: 329
- नरेला: 291
- नेहरू नगर: 385
- उत्तर परिसर, दिल्ली विश्वविद्यालय: 390
- पटपड़गंज: 362
- पंजाबी बाग: 392
- आरके पुरम: 398
- पूसा: 394
- रोहिणी: 388
- सोनिया विहार: 395
- विवेक विहार: 376
- वज़ीरपुर: 389
नोएडा और गुरुग्राम में भी खराब वायु गुणवत्ता
दिल्ली के पड़ोसी क्षेत्रों नोएडा और गुरुग्राम में भी वायु गुणवत्ता खराब रही। नोएडा के विभिन्न क्षेत्रों में AQI इस प्रकार रहा:
- सेक्टर 125: 249
- सेक्टर 62: 334
- सेक्टर 1: 310
- सेक्टर 116: 288
गुरुग्राम में भी स्थिति चिंताजनक रही वहां के प्रमुख क्षेत्रों का AQI इस प्रकार है
- NISE ग्वाल पहाड़ी: 386
- सेक्टर 51: 360
- टेरी ग्राम: 322
- विकास सदन: 326
- वायु गुणवत्ता का असर
वायु गुणवत्ता में गिरावट का सीधा असर नागरिकों की सेहत पर पड़ता है। दिवाली के पटाखों और मौसमी परिस्थितियों के कारण प्रदूषण बढ़ा है, जिससे सांस की बीमारियों से ग्रस्त लोगों को विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है।