अरविंद केजरीवाल के इन नेताओं के घर ताबड़तोड़ छापेमारी, आतिशी ने कहा, 'हमे डराने की कोशिश'
ED Raid: न्यूज एजेंसी के अनुसार, केजरीवाल के निजी सचिव विभव कुमार और दिल्ली जल बोर्ड के पूर्व सदस्य शलभ कुमार समेत कुछ अन्य नेताओं के ठिकानों पर ईडी की छापेमारी चल रही है.
ED Raid: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के निजी सचिव और आम आदमी के आवास सहित 10 स्थानों पर छापेमारी की जा रही है. जानकारी के मुताबिक, ईडी मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के निजी सचिव वैभव और राज्यसभा सांसद एनडी गुप्ता के घर पर छापेमारी कर रही है. सूत्रों की मानें तो ईडी मनी लॉन्ड्रिंग मामले में छापेमारी कर रही है, लेकिन अभी तक यह साफ नहीं हो पाया है कि यह मनी लॉन्ड्रिंग का कौन सा मामला है.
सूत्रों के अनुसार, ईडी अपनी मनी लॉन्ड्रिंग जांच के तहत दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल के निजी सचिव और आम आदमी पार्टी से जुड़े अन्य लोगों के आवास सहित लगभग 10 स्थानों पर तलाशी ले रही है.
#WATCH | ED raid underway at the residence of AAP MP ND Gupta in Delhi.
— ANI (@ANI) February 6, 2024
As per sources, ED is conducting searches at nearly 10 locations including the residence of Delhi CM Arvind Kejriwal's personal secretary among others connected to the Aam Aadmi Party as part of its money… pic.twitter.com/dRdlSJjE6s
हमें डराने की कोशिश- आतिशी
ये छापेमारी आप नेता आतिशी के प्रेस कांफ्रेंस करने से ठीक पहले की गई. आतिशी ने प्रेस कांफ्रेंस में रेड को लेकर कहा कि 'सुनने में आ रहा है कि मुख्यमंत्री के पीए के घर पर छापेमारी हो रही है. यह क्या हो रहा है हमें डराने की कोशिश की जा रही है. मैं प्रधानमंत्री से कहना चाहती हूं कि हम डरने वाले नहीं हैं.'
किसी भी ED के केस को साबित करने के लिए 3 तरह के साक्ष्य होते हैं:
— Atishi (@AtishiAAP) February 6, 2024
1. पैसे की रिकवरी
2. कोई पुख़्ता सुबूत
3. गवाही (Statements)
2 साल की जाँच में अभी तक 1 रुपए की रिकवरी नहीं हुई है, ED को एक भी पुख़्ता सुबूत नहीं मिला है। उनका सारा केस सिर्फ़ और सिर्फ़ statements पर टिका है, और… https://t.co/Hx1ms7RPXK
'छापेमारी में कोई पुख़्ता सुबूत नहीं'
प्रेस कांफ्रेंस में आतिशी ने कहा कि किसी भी ED के केस को साबित करने के लिए 3 तरह के साक्ष्य होते हैं, जिसमें पैसे की रिकवरी, पुख़्ता सुबूत, गवाही का होना जरूरी है. यहां अभी तक 2 साल की जाँच में 1 रुपए की रिकवरी नहीं हुई है, ED को एक भी पुख़्ता सुबूत नहीं मिला है. उनका सारा केस सिर्फ और सिर्फ गवाही पर टिका है, और अब यह भी सामने आ गया कि गवाही में फर्ज़ीवाड़ा है. इस फर्ज़ीवाड़े को छुपाने के लिए ED अब CCTV फुटेज की ऑडियो रिकोर्डिंग डिलीट कर रही है.