Amit Shah: देश की राजधानी दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 24 सितंबर रविवार को अंतर्राष्ट्रीय वकील सम्मेलन के समापन सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि, "ग्लोबल वार्मिंग, आतंकवाद और नार्को-आतंकवाद जैसे दुनिया को प्रभावित करने वाले मुद्दों से निपटने में भारत दुनिया का नेतृत्व कर रहा है."
आगे उन्होंने कहा कि, "मौजूदा व्यवस्था के तहत आम तौर पर न्याय मिलने में देरी होती है जबकि सजा की दर भी कम होती है, जिसके कारण जेलों में विचाराधीन कैदियों की भरमार हो जाती है. नतीजतन, 'भारतीय न्याय संहिता' का लक्ष्य इस प्रणाली को कुशल बनाना है."
गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि. चाहे GST हो या दिवालिया कानून इनमें जो बदलाव किए जा रहे हैं, वे इनके लागू होने के बाद आई गलतियों के कारण हैं. किसी भी सरकार या कानून बनाने वाली एजेंसी के लिए यह स्वीकार करना महत्वपूर्ण है कि कोई भी कानून अपने अंतिम स्परुप में नहीं है.
इनके लागू होने के बाद समय के साथ जो मुद्दे सामने आते हैं उनके अनुसार इसमें बदलाव किया जाना चाहिए क्योंकि कानून बनाने का लक्ष्य एक सुचारू व्यवस्था स्थापित करना है, न कि कानून बनाने वालों की सर्वोच्चता स्थापित करन.”
First Updated : Sunday, 24 September 2023