LS Election 2024: बूथ जीतो, चुनाव जीतो... नारे के साथ BJP ने फूंका बिगुल, 50 फीसदी मत हासिल करने का रखा लक्ष्य
भाजपा ने बूथ जीतो, चुनाव जीतो... नारे के साथ लोकसभा चुनाव को लेकर बिगुल फूंक दिया है. यह सिर्फ बीजेपी की ओर से नारा नहीं बल्कि चुनाव जीतने का मंत्र है.
Lok Sabha Election 2024: लोकसभा चुनाव अगले साल होने जा रहे हैं, इसके लिए बीजेपी ने अभी से ही कमर कस ली है और प्रत्येक बूथ पर 50 प्रतिशत से अधिक मत प्राप्त करने का टारगेट रखा है. इसके आधार पर पार्टी ने बूथ जीतो, चुनाव जीतो... नारे के साथ बिगुल फूंक दिया है. यह सिर्फ बीजेपी की ओर से नारा नहीं बल्कि चुनाव जीतने का मंत्र है. मजबूत बूथ के दम पर ही बीजेपी आज हर राज्य में बेहतर प्रदर्शन ही नहीं कर रही बल्कि चुनाव भी जीत रही है.
बीजेपी ने बूथ लेवल पर चुनाव लड़कर जीत दर्ज की
दिल्ली में पिछली बार मेरा बूथ-सबसे मजबूत के दम पर ही लोकसभा की सातों सीटों पर बीजेपी ने जीत दर्ज कर ऐसा कारनामा करके दिखाया. लेकिन विधानसभा और नगर निगम के चुनाव में पार्टी को भले ही 40 फीसदी मत प्राप्त हुए हों. लेकिन भाजपा चुनाव नहीं जीत पाई. इस चुनाव को लेकर कहा गया कि बीजेपी की ओर से बूथ लेवल पर अच्छा-खासा काम नहीं कर पाई. अब पार्टी के सामने इसी कमी को दूर करने की जरूरत है.
पंच परमेश्वर व पन्ना को बीजेपी ने सौंपी बड़ी जिम्मेदारी
बताया जा रहा है कि इस बार भाजपा लोकसभा चुनाव के लिए रणनीति में बदलाव कर सकती है, अब तक के इलेक्शन में पंच परमेश्वर व पन्ना प्रमुख की तैनाती बीजेपी की चुनावी रणनीति का हिस्सा रही है. इनकी सबसे बड़ी जिम्मेदारी होती थी कि वह बूथ स्तर पर मतदाताओं से जुड़े और बूथ पर जब वह वोट डालने के लिए जाए तो वह भाजपा का ही बटन दबाकर आए.
दिल्ली में AAP से हारने के बाद बीजेपी बूथ पर खड़े हुए सवाल
साल 2015 में दिल्ली विधानसभा चुनाव हारने के बाद पंच परमेश्वर व पन्ना कई कार्यकर्ताओं ने इस पर सवाल खड़े किए थे, लेकिन बाद में मोदी सरकार की लहर में साल 2017 में नगर निगम चुनाव और लोकसभा इलेक्शन जीत गई थी. आप, कांग्रेस और बीजेपी के बीच लोकसभा चुनाव में त्रिकोणीय लड़ाई में भाजपा ने बाजी मार ली थी. इसके बाद बूथ लेवल पर सवाल उठने बंद हो गए थे. लेकिन साल 2020 में विधानसभा चुनाव और उसके बाद वर्ष 2022 में नगर निगम में बीजेपी की हार होने के बाद वापस बूथ स्तर पर सवाल खड़े होने लग गए हैं. अब पीएम मोदी के ऊपर 2024 का लोकसभा चुनाव की जिम्मेदारी बढ़ गई है.