बृजभूषण ने रद्द की महारैली, प्रशासनिक निर्देश पर लिया फैसला

5 जून को होने वाली बृजभूषण शरण सिंह की महारैली को प्रशासनिक निर्देश बताते हुए रद्द कर दिया गया है। रैली अयोध्या में होने वाली थी जिसमे संत सम्मेलन के माध्यम से दिल्ली में चल रहे धरने के विरोध में मत तैयार करने का उद्देश्य था।

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5 जून को होने वाली बृजभूषण शरण सिंह की महारैली को प्रशासनिक निर्देश बताते हुए रद्द कर दिया गया है। रैली अयोध्या में होने वाली थी जिसमे संत सम्मेलन के माध्यम से दिल्ली में चल रहे धरने के विरोध में मत तैयार करने का उद्देश्य था। कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष और भारतीय जनता पार्टी के सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने अपने फेसबुक पोस्ट के माध्यम से यह जानकारी साझा की। दरअसल 5 जून को जन चेतना महारैली, अयोध्या चलो का आयोजन किया जाना था परन्तु बृजभूषण ने  इस रैली के स्थगित होने की सूचना यह कहते हुए दी की पुलिस अभी आरोपियों की जांच कर रही है और सुप्रीम कोर्ट के गंभीर निर्देश भी हैं अतः दोनों का सम्मान करते हुए इस रैली को स्थगित किया जाता है। 

क्यों होनी थी रैली 

बृजभूषण शरण सिंह के विरोध में दिल्ली के जंतरमंतर पर एथलीट्स लगातार धरने पर बैठे हुए हैं जिसको लेकर बृजभूषण कई बार इसे राजनैतिक साजिश बताते आए हैं। उन्होंने इस आंदोलन के पीछे किसी बड़े उद्योगपति के होने का भी दावा किया है। पहलवानों द्वारा अपने ऊपर लगाए गए आरोपों को बृजभूषण अब तक लगातार नकारते आ रहे हैं। उनका कहना है  आंदोलन प्रांतवाद, क्षेत्रवाद और जातिवाद पर आधारित है।  इसी बात को लेकर उन्होंने 5 जून को अयोध्या में एक संत सम्मेलन आयोजित करने का निर्णय लिया था। 

बीजेपी ने बृजभूषण को रैली से रोका

सूत्रों के हवाले से खबर है कि भारतीय जनता पार्टी ने बृजभूषण शरण सिंह को अयोध्या में होने वाली रैली को रद्द करने के लिए कहा है। सूत्रों का कहना है कि भाजपा आलाकमान ने उन्हें दिल्ली में हो रहे पहलवानों के आंदोलन के मामले में अनावश्यक बयानबाजी ना करने की हिदायत दी है और इसके बाद रैली रद्द करने का फैसला ले लिया गया। बृजभूषण ने दावा किया था कि इस रैली में 11 लाख लोग इकट्ठे हो सकते हैं। 

जानिए पूरा मामला 

बृजभूषण शरण सिंह पर एथलीट्स ने उत्पीड़न के आरोप लगाए थे जिसमे एक मामला नाबालिग से यौन उत्पीड़न का भी है। पहलवानों ने आरोप लगाए हैं कि बृजभूषण ने उन्हें मानसिक और शारीरिक रूप से कई बार परेशान किया है। इस मामले को लेकर पहलवानों ने 21 अप्रैल को शिकायत की जिसपर 28 अप्रैल को एफआईआर दर्ज हुई थी। तब से पुलिस लगातार इन आरोपों की जांच पड़ताल करने में लगी हुई है। 

हालांकि पुलिस को अभी तक बृजभूषण के खिलाफ़ कोई भी ऐसा सबूत नहीं मिला है जिससे ये साबित हो कि उनके ऊपर लगाए गए आरोप सही है। पुलिस के अनुसार इन आरोपों की जांच करने में अभी दो सप्ताहों का समय और लग सकता है जिसके बाद वह अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। इसी बीच पहलवानों ने अपने मेडल्स हरिद्वार में गंगा में फेंकने का ऐलान किया था। जिसे किसान नेता नरेश टिकैत ने उनसे लेकर उन्हें न्याय दिलाने की बात कही है। First Updated : Friday, 02 June 2023