MCD मेयर चुनाव में भी चंडीगढ़ जैसी धोखाधड़ी दोहराना चाह रहा केंद्र, मंत्री सौरभ भारद्वाज का बड़ा दावा

दिल्ली नगर निगम में कल यानि 26 अप्रैल के मेयर और डिप्टी मेयर का चुनाव होना है. इस बीच आम आदमी पार्टी के नेता सौरभ भारद्वाज ने बड़ा आरोप लगाया है. इसके साथ ही गड़बड़ी होने की आशंका जताई है. उनका कहना है कि दिल्ली मेयर चुनाव में भी चंडीगढ़ मेयर चुनाव की तरह ही बेईमानी हो सकती है.

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MCD Mayor Election 2024: दिल्ली नगर निगम में कल यानी 26 अप्रैल के मेयर और डिप्टी मेयर का चुनाव होना है. इस बीच आम आदमी पार्टी के नेता सौरभ भारद्वाज ने बड़ा आरोप लगाया है. इसके साथ ही गड़बड़ी होने की आशंका जताई है. उनका कहना है कि दिल्ली मेयर चुनाव में भी चंडीगढ़ मेयर चुनाव की तरह ही बेईमानी हो सकती है. ऐसे में कल होने वाले चुनाव को लेकर उन्होंने कहा कि कल दिल्ली में मेयर का चुनाव होना है, लेकिन अब तक पीठासीन अधिकारी के नाम वाली फ़ाइल चुनी हुई सरकार को नहीं मिली है.

सौरभ भारद्वाज चुनाव में षड्यंत्र का लगाया आरोप

आगे सौरभ भारद्वाज ने कहा कि 'कुछ दिन पहले चंडीगढ़ में मेयर चुनाव हुए, उसमें किस तरह बीजेपी ने वोटों में बेईमानी करके अपना मेयर चुनने की कोशिश की थी. उस पूरे षड्यंत्र में प्रीसाइडिंग ऑफ़िसर अनिल मसीह मुख्य विलेन थे. प्रिसाइडिंग ऑफ़िसर ही चुनाव कराता है''. साथ ही उनका कहना है कि ''दिल्ली में जब मेयर चुनाव हुआ, 134 पार्षदों के साथ AAP सबसे बड़ी पार्टी थी. सबसे सीनियर पार्षद को प्रिसाइडिंग ऑफ़िसर बनाया जाता है लेकिन LG ने बीजेपी को एक पार्षद को बनाया और बेईमानी से वोट डलवाने की कोशिश की. 26 अप्रैल को फिर मेयर का चुनाव होना है. तय प्रक्रिया है कि मौजूदा मेयर जो शैली ओबरॉय हैं, वे प्रिसाइडिंग अधिकारी होगी. लेकिन LG वीके सक्सेना इस पुरानी प्रकिया को तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं''. 

कल होगा दिल्ली में मेयर चुनाव

आप नेता का कहना है कि अब तक ये पूरी तरह साफ नहीं हो पाया है कि कल चुनाव होगा या नहीं क्योंकि अभी तक पीठासीन अधिकारी नियुक्त नहीं किया गया है. पीठासीन कार्यालय की नियुक्ति के बिना मेयर और डिप्टी मेयर का चुनाव नहीं हो सकते हैं. बता दें कि 26 अप्रैल को दिल्ली में मेयर चुनाव होने है. इसके लिए नॉटिफ़िकेशन जारी किया जा चुका है. उसके बाद निगम सचिव की ओर से चुनाव आयोग को अनुमति के लिए पत्र भेजा था. साथ ही एक फाइल उपराज्यपाल को भी दे दी गई थी. दरअसल दिल्ली के मेयर, डिप्टी मेयर के चुनाव में सामान्य दिनों में चुनाव आयोग की कोई भूमिका नहीं होती है. लेकिन देश में अभी लोकसभा चुनाव हो रहे है और आचार संहिता लगी हुई है. जिसके चलते चुनाव आयोग की अनुमति जरूरी हो गई है. वहीं, अब मेयर चुनाव के लिए आयोग की परमिशन का इंतजार किया जा रहा था. First Updated : Thursday, 25 April 2024