दिल्ली में फिर से खतरे के निशान पर यमुना, नोएडा के कई इलाकों में भी बढ़ सकता है बाढ़ का खतरा
Delhi News: दिल्ली में यमुना नदी फिर से खतरे के निशान के ऊपर आ गयी है. हथिनीकुंड बैराज से पानी छोड़े जाने की वजह से यमुना का पानी फिर से उफान पर है. जो 206.70 मीटर वाले खतरे के निशान से काफी ऊपर हो गया है
हाइलाइट
- दिल्ली में यमुना का जलस्तर खतरे के निशान से 205.33 मीटर तक चला गया था
Delhi News: दिल्ली में यमुना नदी फिर से खतरे के निशान के ऊपर आ गयी है. आज यानी रविवार 23 जुलाई 2023 की सुबह 6 बजे यमुना का जलस्तर 205.75 मीटर मापा गया. यमुना का जलस्तर बढ़ जाने से दिल्ली के कई निचले इलाकों में एक बाद फिर से बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है.
फ्लड डिपार्टमेंट का अधिकारियों के अनुसार आज 23 जुलाई को करीब 3 बजे से शाम के 5 बजे तक यमुना का जलस्तर 206.70 मीटर तक पहुंचने की पूरी संभावना है.
#WATCH | Water level of river Yamuna in Delhi increasing again, water level recorded at 205.75 m
— ANI (@ANI) July 23, 2023
Visuals from Old Yamuna Bridge (Loha Pul) pic.twitter.com/sHD5nWbk3w
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि हथिनीकुंड बैराज से पानी छोड़े जाने की वजह से यमुना का पानी फिर से उफान पर है. जो 206.70 मीटर वाले खतरे के निशान से काफी ऊपर हो गया है. यमुना के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने दिल्ली के एलजी वीके सक्सेना से इस बारे में बातचीत की और अमित शाह ने ट्विटर कर सभी को यह जानकारी भी दी कि इस आपदा से जूझ रहे सभी दिल्लीवासियों की मदद के लिए पर्याप्त संख्या में SDRF और NDRF की टीमों को तैयार किया गया है.
#WATCH | Delhi: Flood-affected victims take shelter in a relief camp in Ring Road
— ANI (@ANI) July 23, 2023
Water level of Yamuna River has increased again, recorded at 205.75 m pic.twitter.com/jyZtV7Stbj
यदि दिल्ली में शाम को जैसे ही यमुना का जलस्तर बढ़ा तो निचले इलाकों में बाढ़ जैसी परिस्थितियां उतपन्न होने का अनुमान लगाया जा रहा है. इस तरह के हालातों से निपटने के लिए दिल्ली सरकार ने अलर्ट जारी कर दिया है. बता दें कि गुरुवार को तड़के ही दिल्ली में यमुना का जलस्तर खतरे के निशान से 205.33 मीटर तक चला गया था. जिसके बाद अब यह फिर से बढ़ने लगा है. पुलिस प्रसाशन लगातार काम पर लगी हुई है, जिन - जिन इलाकों में पानी भर गया है वहां से लोगों को निकालने का कार्य किया जा रहा है.