Delhi Air Polluction: दिल्ली एनसीआर सुबह से सांसों के संकट में जूझ रहा है. हवा इतनी जहरीली है कि सांस लेना मुश्किल हो रहा है. कल रात करीब 2 बजे हवा में जहरीला धूल कण का स्तर खतरनाक श्रेणी को भी पार कर चुका है. इसके साथ ही दिल्ली में एयर क्वालिटी एंडेक्स 800 के पार पहुंच गया. तो वहीं बीते एक महीने में 27,222 शिशुओ ने जन्म लिया है. जो जहरीली हवा की सांस ले रहे हैं. जिससे लोगों का जीवन संकट में आ रहा है. दिल्ली के लोगों के बिगड़े हालात देखकर ग्रेडेड रिस्पाँश एक्शन प्लान स्टेज-3 लागू करने का फैसला लिया.
यदि डॉक्टरों की माने तो इतने प्रदूषित हवा में सांस लेना 24 घंटे में 40 से 50 सिगरेट पीने के बराबर है. इससे आप पता लगा सकते हैं कि यदि किसी नवजात के शरीर में प्रतिदिन 50 सिगरेट के बराबर जहर पहुंच रहा हो तो उनके जीवन पर कैसा प्रभाव पड़ेगा.
वायु प्रदूषण से दिल्ली की हालत दिन- प्रतिदिन खराब होती जा रही है. दिल्ली में शुक्रवार को कई महिलाओं ने बच्चों को जन्म दिया. जिसके बाद पहली सांस उन्होंने शुद्ध ऑक्सीजन की लेने जगह बच्चों ने जहरीली हवा की सांस ली. नवजात वयस्कों की तुलना में तेजी से सांस लेता है. ऐसे में अधिक प्रदूषक कण उसके शरीर में जाते हैं और फेफड़े, मस्तिष्क अन्य अंग भी विकसित हो रहे हैं. ऐसे में सीधा असर शिशु के शारीरिक विकास पर पड़ता है.
अस्पताल में जन्म देने वाली महिलाओं का कहना है कि कोई बीमारी हो तो इलाज किया जाए लेकिन प्रदूषण का क्या किया जाए बच्चे को इसी जहरीली हवा में सांस लेनी पड़ेगी. तो वहीं दूसरी महिला का कहना है कि परिवार की इतनी आमदनी नहीं है कि बच्चे को लेकर एक-दो महीने के लिए किसी दूसरे शहर में चले जाएं. गांव या मायके भी नहीं जा सकते हैं क्योंकि पति की नौकरी यहीं है. बताया जा रहा है कि बीते एक महीने में 27,222 शिशुओ ने जन्म लिया है. जो जहरीली हवा की सांस ले रहे हैं. First Updated : Saturday, 04 November 2023