संसद धक्का मुक्की मामले में दिल्ली पुलिस का एक्शन, CCTV फुटेज के लिए स्पीकर से मांगी इजाजत, री-क्रिएट करेगी सीन
संसद धक्कामुक्की केस में दिल्ली पुलिस ने लोकसभा स्पीकर ओम बिरला से सीसीटीवी फुटेज इकट्ठा करने की इजाजत मांगी है. फुटेज मिलने के बाद घटनास्थल पर जाकर सीन रिक्रिएट कर सकती है.
संसद के मकर द्वार के पास धक्का मुक्की को लेकर बड़ी खबर सामने आ रही है. दिल्ली पुलिस ने अब इस मामले में अपनी जांच को आगे बढ़ाते हुए संसद परिसर की सीसीटीवी फुटेज कलेक्ट करेगी. सूत्रों के मुताबिक, दिल्ली पुलिस ने लोकसभा स्पीकर ओम बिरला से इसको लेकर इजाजत मांगी है.
सूत्रों के मुताबिक, सीसीटीवी फुटेज मिलने के बाद पुलिस घटनास्थल पर जाकर सीन रीक्रिएट कर सकती है. इसके अलावा जांच में शामिल होने के लिए राहुल गांधी को पुलिस नोटिस भेजने की तैयारी कर रही है. बताया जा रहा है कि पुलिस घायल सांसदों का बयान लेने और फुटेज मिलने के बाद घटनास्थल पर जाकर सीन रिक्रिएट कर सकती है.
राहुल गांधी पर क्यों हुई है एफआईआर
बता दें कि 19 दिसंबर 2024 को संसद में विपक्ष के प्रदर्शन के दौरान धक्कामुक्की हुई थी. इसमें बीजेपी के दो सांसद प्रताप सारंगी और मुकेश राजपूत गिरकर चोटिल हो गए थे. इसके बाद बीजेपी ने आरोप लगाया था कि इन दोनों सांसदों को राहुल गांधी ने धक्का देकर गिराया. 19 दिसंबर की शाम को इस मामले में बीजेपी की ओर से सांसद हेमंग जोशी, अनुराग ठाकुर और बांसुरी स्वराज संसद मार्ग पुलिस थाने पहुंचे और शिकायत सौंपी. पुलिस ने शिकायत के आधार पर बीएनएस की धारा 109 (हत्या का प्रयास) को हटाकर बाकी सभी धाराएं जोड़ते हुए केस दर्ज किया जो जो शिकायत में दी गई थीं.
क्यों हुआ था इतना हंगामा
दरअसल, राज्यसभा में संविधान पर बहस के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अंबेडकर पर एक टिप्पणी की थी. इसे लेकर विपक्ष काफी हमलावर हुआ था. कांग्रेस समेत सभी विपक्षी दलों ने इस बयान को लेकर संसद के दोनों सदनों में काफी हंगामा किया था. विपक्ष का कहना था कि अमित शाह माफी मांगें और अपने पद से इस्तीफा दें. इसे लेकर लगातार दूसरे दिन विपक्ष संसद परिसर में प्रदर्शन कर रहा था. उस दिन बीजेपी सांसद भी कांग्रेस के खिलाफ प्रोटेस्ट कर रहे थे. उसी दौरान धक्का-मुक्की हुई और बीजेपी के दो सांसद गिरकर घायल हो गए.