Delhi Air Quality: दिल्ली में बढ़ते वायु प्रदूषण की वजह से स्थिति चिंताजनक हो गई है. सरकार ने प्रदूषण की खतरनाक स्थिति को देखते हुए आपातकालीन उपायों का चौथा चरण (GRAP-4) लागू कर दिया है. इन उपायों में गैर-जरूरी ट्रकों पर प्रतिबंध, स्कूलों का बंद होना और 50% सरकारी व निजी कर्मचारियों का घर से काम करना शामिल है.
मुख्यमंत्री आतिशी ने 10 तारीख को एक पोस्ट में कहा, "कल से जीआरएपी-4 लागू होने के साथ ही कक्षा 10वीं और 12वीं के अलावा सभी छात्रों के लिए शारीरिक कक्षाएं बंद कर दी जाएंगी. सभी स्कूल अगले आदेश तक ऑनलाइन कक्षाएं आयोजित करेंगे."
रविवार को दिल्ली देश का दूसरा सबसे प्रदूषित शहर रहा. शहर का 24 घंटे का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) रोजाना शाम 4 बजे 441 दर्ज किया गया, जो 'गंभीर' श्रेणी में आता है. शनिवार को AQI 417 था. बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए आतिशी सरकार ने दिल्ली में GRAP-4 लागू कर दिया है. ऐसे में कई चीजों पर प्रतिबंध लगाई गई है.
1. ट्रकों पर प्रतिबंध: दिल्ली में अब केवल आवश्यक वस्तुओं और सेवाओं के लिए आने वाले ट्रकों को ही प्रवेश मिलेगा. यह प्रतिबंध डीजल, सीएनजी, एलएनजी और बीएस-VI मानक वाले वाहनों पर लागू नहीं होगा.
2. हल्के वाणिज्यिक वाहनों पर प्रतिबंध: दिल्ली में बाहरी पंजीकरण वाले हल्के वाणिज्यिक वाहनों को प्रवेश की अनुमति नहीं होगी, सिवाय उन वाहनों के जो इलेक्ट्रिक, सीएनजी, या बीएस-VI मानक के हैं.
3. डीजल वाहनों पर प्रतिबंध: दिल्ली में BS-IV से कम डीजल वाहनों के प्रवेश पर भी रोक लगा दी गई है. केवल आवश्यक वस्तुओं के परिवहन में लगे वाहन इस नियम से मुक्त रहेंगे.
4. निर्माण कार्यों पर रोक: दिल्ली में सभी निर्माण और विध्वंस कार्य निलंबित रहेंगे, जिसमें सड़कों, राजमार्गों, फ्लाईओवर और सार्वजनिक अवसंरचना से जुड़े अन्य कार्य शामिल हैं.
5. स्कूलों की बंदी: 10वीं और 12वीं के छात्रों को छोड़कर अन्य सभी के लिए स्कूल बंद कर दिए गए हैं.
6. दफ्तरों में 50% वर्क फ्रॉम होम: सभी सरकारी और निजी कार्यालयों में 50% कर्मचारियों के घर से काम करने का आदेश दिया गया है.
7. अतिरिक्त संभावित उपाय: यदि स्थिति में सुधार नहीं हुआ, तो सरकार वाहनों को सम-विषम (ऑड-ईवन) स्कीम के तहत चलाने और अन्य शैक्षिक व गैर-जरूरी वाणिज्यिक गतिविधियों को बंद करने जैसे कदम उठा सकती है.
हर सर्दी के मौसम में दिल्ली को धुएं और कोहरे के मिश्रण, यानी "धुंध" का सामना करना पड़ता है. ठंडी हवा प्रदूषकों को दिल्ली के वातावरण में रोक देती है, जिससे शहर में प्रदूषण का स्तर बढ़ जाता है. साथ ही, पंजाब और हरियाणा में खेतों में फसलों के अवशेष जलाने से निकलने वाले धुएं का भी दिल्ली की हवा पर असर पड़ता है. First Updated : Monday, 18 November 2024