G20 Summit In Delhi: ब्रिटेन में उग्रवाद बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, खालिस्तानी हिंसा पर बोले ऋषि सुनक
ऋषि सुनक ने कहा कि खालिस्तानी उग्रवाद को लेकर हम भारत सरकार के साथ मिलकर काम कर रहे हैं. उन्होंने आगे कहा कि हाल ही में हमारी सुरक्षा मंत्री ने भारत का दौरा किया था.
G20 Summit: ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक जी-20 में सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए भारत पहुंच गए हैं, उन्होंने खालिस्तानियों की बढ़ती गतिविधियों पर चिंता व्यक्त करते हुए बयान दिया है. उन्होंने कहा कि ब्रिटेन में उग्रवाद बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उग्रवाद से निपटने के लिए भारत और ब्रिटेन की सरकारें मिलकर काम कर रही है. खालिस्तानी हिंसा को लेकर पूछे गए एक सवाल पर उन्होंने कहा कि कट्टरता किसी भी रूप में हो, उसे बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं किया.
खालिस्तानी उग्रवाद को लेकर हम भारत सरकार के साथ: ऋषि सुनक
ऋषि सुनक ने कहा कि खालिस्तानी उग्रवाद को लेकर हम भारत सरकार के साथ मिलकर काम कर रहे हैं. उन्होंने आगे कहा कि हाल ही में हमारी सुरक्षा मंत्री ने भारत का दौरा किया था. तब खालिस्तानियों के बारे में चर्चा हुई थी, इसको लेकर हमने कुछ वर्किंग ग्रुप बनाए हैं. ये सूचना फॉरवर्ड कर रहे हैं. इसी तरह से काम करते हुए हम उग्रवाद और हिंसा पर काबू पा सकते हैं.
रूस की तरफ से जंग थोपी गई: UK PM
रस-यूक्रेन जंग पर पूछे गए सवाल पर उन्होने कहा कि जहां तक रूस-यूक्रेन जंग का सवाल है, तो रूस की तरफ से थोपी गई इस जंग का असर आज पूरी दुनिया में देखने को मिल रहा है. रूस ने जब से ग्लोबल ग्रीन डील से किनारा कर लिया है, तब से पूरी दुनिया फूड प्रोडक्ट्स की कीमतों में बेतहाशा वृद्धि हो रही है. हर चीज के रेट बढ़ रहे हैं, इसलिए मैं कहता हूं कि इस जंग से लोग बुरी तरह प्रभावित हो रहे हैं और रूस ने यूक्रेन पर हमला करके बहुत बड़ी गलती की है.
रूस-यूक्रेन युद्ध में भारत न्यूट्रल
रूस-यूक्रेन युद्ध पर ऋषि सुनक ने कहा कि भारत का स्टैंड इस मामले पर काफी न्यूट्रल रहा है. उन्होंने कहा कि मैं भारत से कभी नहीं कह सकता हूं कि वह अंतर्राष्ट्रीय मसलों पर उसका क्या रूख है? हालांकि मैं ये जरूर जानता हूं कि भारत हमेशा इंटरनेशनल लॉ का सम्मान करता आया है. वहीं, जी-20 को लेकर भारत को मिली अध्यक्षता को लेकर ऋषि सुनक ने कहा कि असाधारण सफलताओं के बीच अध्यक्षता सही देश को मिली है. यूरोप निश्चित रूप से एक सफल जी-20 शिखर सम्मेलन को प्राप्त करने में भारत के प्रयासों का समर्थन करता रहा है.