Old Pension Scheme In Delhi: पुरानी पेंशन योजना (Old Pension Scheme) को बहाल करने के लिए हजारों की संख्या में केंद्र एवं राज्य दोनों के कर्मचारी दिल्ली के रामलीला मैदान में इकट्ठा हो गए हैं. कई विपक्षी पार्टियों ने कर्मचारियों की मांगों का समर्थन किया है. कर्मचारियों की रैली में आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह, हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा, कांग्रेस अरविंदर सिंह लवली, संदीप दीक्षित, उदित राज, बीएसपी के सांसद श्याम सिंह यादव और किसान नेता राकेश टिकैत शामिल हुए.
पुरानी पेंशन योजना को लागू करने के लिए प्रदर्शनकारियों ने नई पेंशन स्कीम का जमकर विरोध किया. इस महारैली में कर्मचारियों ने स्पष्ट कर दिया कि अगले आम चुनाव में जो पार्टी उनकी मांगे पूरी करेगी उसको वोट दिया जाएगा. इस दौरान आल इंडिया रेलवे मेन्स फेडरेशन के राष्ट्रीय सचिव गोपाल मिश्रा ने कहा कि रिटायर होने के बाद कर्मचारी अपने भविष्य को लेकर चिंतित हैं, क्योंकि उन्हें पुरानी पेंशन से वंचित कर दिया गया.
बता दें कि पेंशनधारी, सरकारी कर्मियों और उनके रिश्तेदारों की संख्या करीब दस करोड़ के पार चली जाती है. ऐसे में आने वाले चुनाव में इनकी निर्णायक भूमिका हो सकती है. झारखंड, राजस्थान, पंजाब, पश्चिम बंगाल, हिमाचल प्रदेश और छत्तीसगढ़ में ओल्ड पेंशन लागू कर दी गई है. सरकारी कर्मचारियों द्वारा पुरानी पेंशन को लागू करने को लेकर कर्मचारी रामलीला मैदान में पहुंचे हैं और यह धीरे-धीरे विकराल रूप लेता जा रहा है. भारी संख्या में लोग वहां पर एकजुट हो रहे हैं, साथ ही इनको विपक्षी पार्टियों के द्वारा समर्थन भी मिलना शुरू हो गया है. इतनी भीड़ का अंदाजा दिल्ली और केंद्र की दोनों सरकार को नहीं था.
रैली में शामिल होने के बाद पूर्व सीएम दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि, पुरानी पेंशन योजना कर्मचारियों का हक है. मांगे पूरी तरीके से जायज है और इन्हें सरकार को मान लेना चाहिए. हम इस आंदोलन को पूरा समर्थन देते हैं. दूसरी तरफ आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने कहा, देश कर्मचारियों ने मोदी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. 40 दिन तक सांसद/विधायक रहने वाले व्यक्ति पूरी जिंदगी पेंशन और 40 साल तक सरकार की सेवा करने वाले कर्मचारियों को पेंशन क्यों नहीं दी जाती है. First Updated : Monday, 02 October 2023