Arvind Kejriwal: प्रवर्तन निदेशालय की तरफ से दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को समन भेजने के बाद आम आदमी पार्टी के कई नेता उनकी गिरफ्तारी की आशंका जता रहे हैं. इससे पहले अप्रैल में जब सीएम केजरीवाल को सीबीआई ने पूछताछ के लिए बुलाया था. तब भी गिरफ्तारी को लेकर आशंका जताई गई थी. लेकिन लोगों के बीच में यह खबर तेजी से फैल रही है कि अगर मुख्यमंत्री केजरीवाल की गिरफ्तारी होती है तो उस दौरान पार्टी का नेतृत्व कौन करेगा?
बता दें कि अप्रैल में जब सीएम केजरीवाल को पूछताछ के लिए सीबीआई दफ्तर बुलाया गया था, तब भी आम आदमी पार्टी की आपात बैठक बुलाई गई थी. एक बार फिर दिल्ली के मुख्यमंत्री को प्रवर्तन निदेशालय ने नोटिस भेजा है तो आप की कोर टीम प्रबंधन में जुट गई है. अरविंद केजरीवाल के करीबी नेताओं से लगातार विचार विमर्श किया जा रहा है.
मीटिंग में इस बात की भी तेजी से चर्चा हो रही है कि अरविंद केजरीवा की गैरमौजूदगी में आम आदमी पार्टी का नेतृत्व और दिल्ली के मुख्यमंत्री की गद्दी कौन संभाल सकता है. साथ ही अन्य राज्यों में हो रहे विधानसभा चुनाव में पार्टी को मजबूती दे सके. मुश्किल इस बात है कि सीएम केजरीवाल का दाहिना और बायां हाथ मानने वाले मनीष सिसोदिया-संजय सिंह दोनों ही जेल में हैं. ऐसे में अब पार्टी के अंदर नेतृत्व करने के लिए बहुत विकल्प बचे हैं.
दरअसल, अब आप में भरोसमंद के रूप में बाबरपुर विधानसभा के विधायक और दिल्ली सरकार में मंत्री गोपाल राय को मजबूत दावेदार के रूप में देखा जा रहा है. गोपाल राय अन्ना आंदोलन से ही अरविंद केजरीवाल के साथ कदम से कदम मिलाकर आगे बढ़ रहे हैं. वह दिल्ली आप के संयोजक भी हैं. अन्य दावेदारों में राम निवास गोयल और आतिशी की चर्चा भी तेजी से हो रही है. रामनिवास ने साल 2014 में आम आदमी पार्टी में शामिल हुए अब वह दिल्ली विधानसभा के स्पीकर हैं. वहीं, आतिशी की दिल्ली में शिक्षा क्रांति को लेकर अहम भूमिका थी. साथ मनीष सिसोदिया के बाद उन्हें शिक्षा मंत्री बनाया गया है. First Updated : Friday, 03 November 2023