दिवाली से पहले दिल्ली की हवा पूरी तरह से प्रदूषित हो चुकी है. जहरीली हवा में सांस लेना कठिन हो जाता है और लोगों को कई प्रकार की परेशानियों का सामना करना पड़ता है.
इस आसन को भुजंगासन में शरीर को सर्प की तरह लेटा जाता है इस आसन से भुजंगासन करने से फेफड़ो की क्षमता बढ़ती है और गहरी सांस लेने में सहयता होती है.
इस प्रकार के आसन को भस्त्रिका प्राणायाम से फेफड़ों में खून का संचार बढ़ता है जिससे फेफड़े मजबूत होते हैं. वायु प्रदुषण के हानकारक प्रभावों से लड़ने की क्षमता बढ़ जाती है.
यह आसन वायु प्रदुषण के लिए बहुत ही लाभदायक होता है. इस आसन में गहरी सांस लेने से फेफड़ों की क्षमता बढ़ती है और शरीर को बेहतक तरीके से आक्सीजन लेने में सहायक होता है.