Jammu & Kashmir: जी-20 की आड़ में जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल को बचाया: कांग्रेस ने साधा BJP पर निशाना

पवन खेड़ा ने कहा कि, दलित समाज से आईएएस ऑफिसर अशोक परमार ने जब इनकी चोरी  पर सवाल उठाए तो उनका तबादला कर अपमान भी किया गया. इस गंभीर मुद्दे पर जांच तो नहीं हुई लेकिन जिन अधिकारियों का नाम इसमें आ रहा था, उनका प्रमोशन कर दिया गया.

Akshay Singh
Edited By: Akshay Singh

कांग्रेस ने जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा और केंद्रीय मंत्री गंजेंद्र सिंह शेखावत पर निशान साधा है. कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा कि जी-20 की आड़ में एलजी 420 को छुपाया जा रहा है. इसके साथ ही जल जीवन मिशन की परियोजना में 13 हजार करोड़ रुपये के घोटाले को लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं.

अशोक परमार का किया गया तबादला 

पवन खेड़ा ने कहा कि, दलित समाज से आईएएस ऑफिसर अशोक परमार ने जब इनकी चोरी पर सवाल उठाए तो उनका तबादला कर अपमान भी किया गया. इस गंभीर मुद्दे पर जांच तो नहीं हुई लेकिन जिन अधिकारियों का नाम इसमें आ रहा था, उनका प्रमोशन कर दिया गया. भ्रष्टाचार पर सरकार की ओर से कोई कार्रवाई करना तो दूर, प्रताड़ना को लेकर परमार की ओर से दर्ज शिकायत में अनुसूचित आयोग की ओर से कोई एक्शन भी नहीं लिया गया. 

2022 में परमार को सचिवों की बैठक से निकाला 

कांग्रेस ने कहा कि अशोक परमार ने व्हिसलब्लोअर बने और उन्होंने इस मामले को उजागर किया. खेड़ा ने आरोप लगाया कि 6 जून 2022 को सचिवों की बैठक कक्ष में से एलजी मनोज सिन्हा ने उन्हें बाहर तक निकाल दिया था. उस आईएएस ऑफिसर के साथ दुर्व्यवहार किया और उसके बाद प्रताड़ना भी की गई. अशोक परमार ने इतने बड़े घोटले का पर्दाफाश किया और उन्हें इसकी इतनी बड़ी सजा मिली. 

अधिकारियों ने घटिया काम को लेकर सवाल उठाए

पवन खेड़ा ने गजेंद्र सिंह शेखावत पर हमला करते हुए कहा कि बिना टेंडर के काम दिया गया. अधिकारियों ने घटिया काम को लेकर गंभीर सवाल उठाए, लेकिन कोई जांच तक नहीं हुई. उन्होंने आगे कहा कि ऐसे में शक की सुई केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत की ओर जाती है. 

calender
11 September 2023, 01:42 PM IST

जरूरी खबरें

ट्रेंडिंग गैलरी

ट्रेंडिंग वीडियो