JNUSU Elections: देश की प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटी जेएनयू में शुक्रवार की देर रात दो छात्र संगठनों में भिड़ंत हो गईं. इस झगड़े में कई विद्यार्थी घायल भी हो गए और उनका इलाज सफदरजंग अस्पताल में चल रहा है. बताते चलें कि चुनाव से पहले जेएनयू में एक जनरल बॉडी की मीटिंग होती है. इस बैठक में सभी छात्र यूनियन के स्टूडेंट मौजूद रहते हैं और इस दौरान जनरल बॉडी के 10 फीसदी छात्रों के हस्ताक्षर की जरूरत होती है. क्योंकि इसके बाद ही चुनाव की पूरी प्रक्रिया शुरू होती है.
एक छात्र संगठन ने आरोप लगाया कि जेएनयू में इलेक्शन से पहले एक जनरल मीटिंग बुलाई जाती है, इसके बाद पूरे कोरम की बैठक बुलाई जाती है. जहां पूरा कोरम का विरोध किया गया. इस पर दूसरे गुट के विद्यार्थियों ने ढपली से मारपीट शुरू कर दी और इसके बाद देखते ही देखते बवाल मच गया. वहीं, एबीवीपी ने लेफ्ट संगठनों पर मारपीट करने का आरोप लगाया. एबीवीपी की मानें तो उनके कई साथी घायल हो गए हैं. वहीं, डीएसएफ ने एबीवीपी के स्टूडेंटों पर चुनाव को बाधित करने का आरोप लगाया है.
छात्र संगठन डीएसएफ ने एक बयान जारी कर कहा कि, साल 2023-24 छात्र संघ चुनाव को लेकर प्रशासन की घोषणा होने के बाद एबीवीपी के स्टूडेटों ने एडमिनिस्ट्रेशन के साथ मिलकर यूजीबीएम को बाधित करने और छात्र यूनियन चुनाव 2024 को लोकतांत्रिक प्रक्रिया को रोकने का प्रयास किया जा रहा है. इसलिए डीएसएफ, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के इस अलोकतांत्रिक रवैये का विरोध करता हैं.
जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय के एबीवीपी ने कहा कि जेएनयू के संविधान को ताक पर रखकर वामपंथी संगठन और एनएसयूआई के स्टूडेटों ने इसका उल्लंघन किया है. हमने जब इसका विरोध करने की कोशिश की तो उन्होंने हंगामा शुरू कर दिया. वहां पर मौजूद छात्रों ने ढपली को अपना हथियार बनाकर हम पर हमला कर दिया और इसके कारण हमारे कई साथी घायल हो गए. First Updated : Saturday, 10 February 2024