जामा मस्जिद की सीढ़ियों के नीचे दबे हैं श्रीकृष्ण..' दिल्ली धर्म संसद में देवकी नंदन ठाकुर का बड़ा दावा
दिल्ली धर्म संसद में देवकी नंदन ठाकुर और अन्य संतों ने हिंदू धर्म की रक्षा और एकता पर जोर दिया. इस दौरान देवकी नंदन ठाकुर ने एक बड़ा दावा किया. उन्होंने कहा कि कन्हैया अभी भी जामा मस्जिद की सीढ़ियों के नीचे दबे हैं. उनके इस बयान से धार्मिक और राजनीतिक हलकों में चर्चा शुरू हो गया है.
दिल्ली में आयोजित सनातन धर्म संसद में देवकी नंदन ठाकुर ने कई अहम और विवादास्पद बयान दिए. उन्होंने मथुरा में श्री कृष्ण जन्मभूमि के विवाद को लेकर बात की और दावा किया कि अभी भी कन्हैया जामा मस्जिद की सीढ़ियों के नीचे दबे हुए हैं. उनके इस बयान से एक बार फिर धार्मिक और राजनीतिक हलकों में चर्चा का दौर शुरू हो गया है.
धर्म संसद में देवकी नंदन ठाकुर ने मथुरा में श्री कृष्ण जन्मभूमि को लेकर चल रहे विवाद का जिक्र करते हुए कहा, "अभी भी कन्हैया जामा मस्जिद की सीढ़ियों के नीचे दबे हैं. अगल आप में संवेदनशीलता है तो मथुरा में अपने कन्हैया का भव्य मंदिर बनाइए. उन्होंने श्री कृष्ण के मंदिर की स्थिति को सुधारने की आवश्यकता पर बल दिया और वहां एक भव्य मंदिर बनाने की मांग की.
हिंदू समाज की एकता पर जोर
धर्म संसद में देवकी नंदन ठाकुर ने हिंदू समाज की एकता पर जोर दिया. इस दौरान उन्होंने कहा कि धर्म परिवर्तन को रोकने के लिए सनातन बोर्ड के जरिए लोगों को आर्थिक मदद देनी चाहिए. इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि हिंदू लड़कियों की शादी केवल हिंदू परिवारों में ही हो, ऐसा कानून बनाना चाहिए.
सनातन बोर्ड के गठन की मांग
धर्म संसद में देवकी नंदन ठाकुर ने सनातन बोर्ड के गठन की भी मांग की. उनका कहना था कि सरकार को जल्द से जल्द इस बोर्ड का गठन करना चाहिए ताकि मंदिरों पर सरकारी नियंत्रण को खत्म किया जा सके और गोशालाएं तथा गुरुकुल परंपरा को पुनर्जीवित किया जा सके.
बहुत सह लिया अब नहीं सहेंगे' का नारा
संसद में देवकी नंदन ठाकुर ने जोर देते हुए कहा, "बहुत सह लिया अब नहीं सहेंगे, हिंदू हक अब लेकर रहेंगे" और "अभी नहीं तो कभी नहीं" जैसे नारे भी लगाए, जो हिंदू समाज में एकजुटता की भावना को और बढ़ावा देने का संदेश थे.
शंकराचार्य ने किया हिंदू एकता का आह्वान
धर्म संसद में मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे जगद्गुरु शंकराचार्य सदानंद सरस्वती महाराज ने हिंदू समाज में एकता की आवश्यकता पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि अगर हम सब एकजुट हो गए तो कोई हमें अलग नहीं कर सकता. उन्होंने गोमाता की रक्षा और शिक्षा का भारतीयकरण करने की बात भी की.