Delhi News: केजरीवाल ने कहा पीएम मोदी को इतना अहंकार है कि न वो जनता की बात सुनते, न सुप्रीम कोर्ट की..
राज्यसभा से बिल पास होने पर केजरीवाल ने कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अहंकार हो गया. सीएम ने आरोप लगाया कि पीएम मोदी सुप्रीम कोर्ट का आदेश नहीं मानते. जनता ने साफ कहा था कि केंद्र दिल्ली में दखल न दे, लेकिन पीएम जनता की बात नहीं सुनना चाहते.
Delhi News: दिल्ली अध्यादेश बिल राज्यसभा से भी पास हो गया है. इस पर आम आदमी पार्टी के संजोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि इन लोगों ने देखा कि 'आप' को दिल्ली में हराना बहुत मुश्किल है. सीधे-सीधे 4 चुनाव भाजपा आम आदमी पार्टी से हारी है. जब इन्हें लगा कि आम आदमी पार्टी को हराना मुश्किल है तो चोर दरवाजे से इन्होंने ऐसा किया.
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि, "मैं जो भी करता हूं, दिल्ली की जनता उसका समर्थन करती है और उन्होंने मुझे चुनाव में जीत दिलाकर अपना समर्थन दिखाया है. बीजेपी सिर्फ हमारे अच्छे काम को रोकने की कोशिश कर रही है." वे विकास कार्यों में बाधा डाल रहे हैं. वे मुझे काम करने से रोकने की कोशिश कर रहे हैं. इस बार जनता उन्हें कोई सीट नहीं जीतने देगी."
उन्होंने आगे कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अहंकार हो गया. सीएम ने आरोप लगाया कि पीएम मोदी सुप्रीम कोर्ट का आदेश नहीं मानते. जनता ने साफ कहा था कि केंद्र दिल्ली में दखल न दे, लेकिन पीएम जनता की बात नहीं सुनना चाहते.
Delhi | On Delhi Services Bill passed in Rajya Sabha, Delhi CM Arvind Kejriwal says, "Whatever I do public of Delhi supports me for that and they have shown their support by making me win in the elections. BJP is just trying to stop our good work. They are hindering the… pic.twitter.com/I9LAN4MyH1
— ANI (@ANI) August 7, 2023
सीएम केजरीवाल ने गृहमंत्री पर भी साधा निशाना
सीएम केजरीवाल ने कहा कि संसद में अमित शाह ने कहा कि हमारे पास कानून पारित करने की शक्ति है. आपको लोगों के लिए काम करने की शक्ति दी गई है, उनके अधिकार छीनने की नहीं.
Amit Shah Ji in Parliament said that we have the power to pass laws. You have been given the power to work for the people, not take away their rights: Delhi CM Arvind Kejriwal pic.twitter.com/eDUajy6KDm
— ANI (@ANI) August 7, 2023
जोरदार बहस के बाद ये बिल राज्यसभा में पास हो गया. इस बिल के पक्ष में 131 वोट पड़े. वहीं, विरोध में 102 वोट पड़े. सरकार को अनुमान से जितने वोट मिलने थे उससे दो वोट ज्यादा उसके पक्ष में पड़े हैं.