केजरीवाल ने सौंपा इस्तीफा, आतिशी ने पेश किया सरकार बनाने का दावा

अरविंद केजरीवाल ने LG को सीएम पद से इस्तीफा सौंपा दिया है. इस दौरान मनोनीत मुख्यमंत्री आतिशी भी साथ में मौजूद थी. केजरीवाल के सीएम पद से इस्तीफा देने के बाद सभी AAP नेता एलजी दफ्तर से बाहर निकल आए हैं. बाहर निकलकर गोपाल राय ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा, हमने आतिशी जी को नए सीएम बनाने का दावा पेश एलजी के सामने पेश किया है. साथ ही हमने उपराज्यपाल से शपथ ग्रहण की तारीख तय करने की मांग की है. 

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अरविंद केजरीवाल ने LG को सीएम पद से इस्तीफा सौंपा दिया है. इस दौरान मनोनीत मुख्यमंत्री आतिशी भी साथ में मौजूद थी. केजरीवाल के सीएम पद से इस्तीफा देने के बाद सभी AAP नेता एलजी दफ्तर से बाहर निकल आए हैं. आप की वरिष्ठ नेता और मंत्री आतिशी, जिन्हें पार्टी विधायकों ने अगला मुख्यमंत्री चुना था, ने उपराज्यपाल से मुलाकात कर पद पर दावा पेश किया. आतिशी का नाम केजरीवाल ने विधायक दल की बैठक में प्रस्तावित किया और इसे आप विधायकों ने सर्वसम्मति से स्वीकार कर लिया.

सूत्रों ने बताया कि कोई उपमुख्यमंत्री नहीं होगा और कालकाजी निर्वाचन क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करने वाली आतिशी 26-27 सितंबर को विशेष विधानसभा सत्र के दौरान शपथ लेंगी. बाहर निकलकर गोपाल राय ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा, 'हमने आतिशी जी को नए सीएम बनाने का दावा पेश एलजी के सामने पेश किया है. साथ ही हमने उपराज्यपाल से शपथ ग्रहण की तारीख तय करने की मांग की है.' 

केजरीवाल जी को फिर से सीएम बनाना है- आतिशी

केजरीवाल के इस्तीफे के बाद आतिशी ने कहा कि बीजेपी ने हमारे सीएम पर फर्जी आरोप लगाया. आतिशी ने केजरीवाल के फैसले को दुनिया के लोकतांत्रिक इतिहास का सबसे बड़ा फैसला बताया. भाजपा पर निशाना साधते हुए आतिशी बोलीं, 'उन्होंने सारी एजेंसियां ​​अरविंद जी के पीछे लगा दीं. 6 महीने तक वो जेल में थे. अरविंद जी की जगह कोई और होता तो तुरंत सीएम की कुर्सी पर बैठ जाता है. दिल्ली के लोग बहुत दुखी हैं. लेकिन साथ ही उन्होंने ये भी प्रण लिया है कि केजरीवाल जी को फिर से सीएम बनाना है.

कौन हैं आतिशी? 

ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय की पूर्व छात्रा और रोड्स स्कॉलर आतिशी को केजरीवाल और पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया का करीबी माना जाता है, जिनके अधीन उन्होंने 2018 तक सलाहकार के रूप में काम किया था. दरअसल, आतिशी की अहमियत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि केजरीवाल ने उपराज्यपाल वीके सक्सेना को लिखे पत्र में दिल्ली सरकार के स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम के दौरान उनके स्थान पर आतिशी को राष्ट्रीय ध्वज फहराने की सिफारिश की थी. दिल्ली मंत्रिमंडल में एकमात्र महिला मंत्री होने के अलावा, वह शिक्षा, वित्त, लोक निर्माण विभाग, राजस्व और सेवाओं सहित 14 विभागों की प्रभारी भी हैं.

First Updated : Tuesday, 17 September 2024