Delhi News: दिल्ली के उपराज्यपाल (LG) विनय कुमार सक्सेना ने राजधानी में दो अलग- अलग घटनाओं में 4 यूपीएससी स्टूडेंट्स की मौत पर गहरा शोक जताया है. इस घटना की निंदा करते हुए उन्होंने इसे अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण और अस्वीकार्य बताया है. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, कल यानी शनिवार को दिल्ली के ओल्ड राजेन्द्र नगर में भारी बारिश के चलते एक कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में पानी भर जाने से यूपीएससी की परीक्षा देने वाले तीन स्टूडेंट्स की मौत हो गई. वहीं इस हफ्ते की शुरुआत में जलभराव की वजह से करंट लगने से एक अन्य उम्मीदवार की मौत हो गई थी, जिससे लोगों के बीच भारी आक्रोश फैल गया था.
इस बीच एलजी विनय कुमार सक्सेना ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर इन घटनाओं के लिए संबंधित एजेंसियों और विभागों द्वारा आपराधिक लापरवाही और बुनियादी रखरखाव और प्रशासन की असफलता को जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि जल निकासी प्रणाली और संबंधित बुनियादी ढांचा स्पष्ट रूप से ध्वस्त हो गया है.
सक्सेना ने आप सरकार को घेरते हुए कहा कि यह कुशासन की बड़ी बीमारी का संकेत हैं, जिसका सामना दिल्ली पिछले के दशक से कर रही है. इस दौरान उन्होंने भारी भरकम फीस और किराया वसूलने के बाद भी छात्रों कि सुरक्षा सुनिश्चित करने में कोचिंग संस्थानों और मकान मालिकों की भूमिका पर भी सवाल उठाए.
इस बीच सक्सेना ने संभागीय आयुक्त को मंगलवार तक राजेन्द्र नगर घटना पर एक विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है. उन्होंने आश्वासन दिया कि इस लापरवाही के लिए जिम्मेदार लोगों को जवाबदेह ठहराया जाएगा. सक्सेना ने लिखा, 'हालांकि प्रशासन की उदासीनता और कोचिंग संस्थानों को चलाने वालों के आपराधिक कदाचार के कारण खोए गए बहुमूल्य युवा जीवन को कोई भी वापस नहीं ला सकता है, लेकिन जिन लोगों ने जान गंवाई है उनकी जिम्मेदारी तय की जाएगी और दोषियों को सजा दी जाएगी.'
इस दौरान घटना को लेकर हुए विरोध प्रदर्शनों के बीच आज (रविवार) कोचिंग सेंटर के मालिक और कोऑर्डिनेटर को गिरफ्तार कर लिया गया. अधिकारियों ने खुलासा किया कि हालांकि संस्थान को बेसमेंट को स्टोर रूम के रूप में इस्तेमाल करने की अनुमति थी, लेकिन इसे लाइब्रेरी के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा था, जो नियमों का उल्लंघन है.
इस बीच सक्सेना ने इस बात पर जोर दिया कि ऐसे मुद्दों को अब और नजरअंदाज नहीं किया जा सकता. उन्होंने कहा, 'जो कुछ हो रहा है, वह माफी न करने योग्य है और ऐसे मुद्दों को अब और नजरअंदाज नहीं किया जा सकता. इन दुखद घटनाओं ने दिल्ली में शहरी प्रबंधन और बुनियादी ढांचे के रखरखाव में योजनाबद्ध असफलतओं की ओर ध्यान खींचा है.
First Updated : Sunday, 28 July 2024