Explainer: मेरा बेटा सोना है, नहीं कर सकता गलत काम, हम अदालत जायेंगे...'ललित की मां'

Explainer: संसद की सुरक्षा में सेंध का मामला सुर्खियों में है. इस साजिश के मुख्य किरदार ललित मोहन झा को गिरफ्तार कर लिया गया है. उन्हें शुक्रवार को 7 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया.

Sangita Jha
Sangita Jha

हाइलाइट

  • संसद की सुरक्षा में चूक पर सदन में हंगामा
  • आवाज उठाना हमारा संसदीय कर्म और धर्म... 'विपक्ष'

Explainer: संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने के मामले में गिरफ्तार ललित झा को दिल्ली की एक अदालत ने शुक्रवार को सात दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया. सरकारी वकील ने दलील दी कि झा ही इस घटना का मास्टरमाइंड है. साजिश का पता लगाने के लिए ललित झा से पूछताछ की जरुरी है. अदालत ने यह आदेश दिल्ली पुलिस की उस अर्जी पर दिया जिसमें झा को 15 दिन की हिरासत में देने का अनुरोध किया गया था.

कौन ललित झा? क्या सही में ललित है पूरी घटना का मास्टरमाइंड...

पूरी घटना के बाद से ललित झा फरार था. वह बिहार का रहने वाला है. लेकिन, कोलकाता में शिक्षक के पद पर कार्यरत थे. गुरुवार को उन्होंने खुद ही संसद भवन के पास ड्यूटी पथ पर बने पुलिस स्टेशन में सरेंडर कर दिया. उनके पिता एक किसान हैं. मामले में एक महिला सहित 5 लोगों पर एंटी-टेरर लॉ अनलॉफुल ऐक्टिविटीज (प्रिवेंशन) ऐक्‍ट (यूएपीए) और भारतीय दंड संहिता की धाराओं के तहत FIR दर्ज किए गए हैं. ललित झा स्वतंत्रता सेनानी भगत सिंह से प्रेरित था. उसने संसद के बाहर धुएं के कैन लगाने वाले आरोपियों के वीडियो शूट किए. मीडिया कवरेज सुनिश्चित करने के लिए वीडियो को एक एनजीओ संस्थापक को सौंप दिया.

टीवी चैनल में ललित की तस्वीर देख सब हैरान

ललित झा के बड़े भाई शंभू झा ने इस घटना पर दुख व्यक्त करते हुए कहा है कि पूरे परिवार को अपने बेटे की हरकत पर यकीन नहीं हो रहा है. उन्होंने कहा कि टेलीविजन चैनलों पर उनकी तस्वीरें देखकर हम वाकई हैरान हैं. हमें नहीं पता कि वह इस सब में कैसे शामिल हो गया.' वह किसी भी झंझट में पड़ने से हमेशा दूर रहते थे. बचपन से ही वो शांत स्वभाव का बच्चा था और होशियार भी था. वैसे हमें पता था कि वह किसी NGO से जुड़ा हुआ था. शंभू झा आगे कहते हैं कि हमने ललित को आखिरी बार 10 दिसंबर को देखा था, जब हम अपने गृहनगर बिहार के लिए निकले थे. वह हमें सियालदह स्टेशन छोड़ने के लिए हमारे साथ आया था.

ललित झा के माता-पिता ने कही ये बात

ललित झा के पिता देवानंद झा ने बताया कि पेशे से वो पंडित हैं और कोलकाता में रहकर पुरिहित का काम करते हैं. ललित कोचिंग चलाता है और बच्चो को टूशन पढाता है.संसद में हुई घटना की उन्हें कोई जानकारी नहीं है. न ही बेटे ने कभी कोई गलत काम किया है आजतक. घटना की जानकारी भी उन्हें किसी और से पता चला. वहीं, ललित की मां मंजुला झा ने कहा कि उनका बेटा सोना है. वह कोई गलत काम नहीं कर सकता. कई बार लोगों को बचाने के लिए रक्त दान भी किया है. उसे बचाने के लिए हम अदालत तक जायेंगे.

पार्लियामेंट की सुरक्षा में चूक पर सदन में हंगामा

शुक्रवार 15 दिसंबर को जैसे ही विपक्ष ने संसद की सुरक्षा में चूक का मुद्दा उठाकर हंगामा करना शुरू किया तो लोकसभा की कार्यवाही एक मिनट के अंदर दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई. राज्यसभा में भी विपक्षी सदस्य गृह मंत्री से बयान की मांग करते हुए वेल में आ गए और नारेबाजी करने लगे, जिसके बाद सदन की कार्यवाही 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई. दोपहर दो बजे भी विपक्ष ने दोनों सदनों में गृह मंत्री से स्पष्टीकरण की मांग नहीं छोड़ी और हंगामे के कारण लगातार दूसरे दिन दोनों सदनों की कार्यवाही ठप रही. विपक्षी दल लोकसभा में अपने 13 सांसदों और राज्यसभा में एक सांसद डेरेक ओ ब्रायन के निलंबन को लेकर भी आक्रोशित हैं. 

खड़गे ने विपक्षी सांसदों के निलंबन पर उठाया सवाल

गृह मंत्री के संसद में बयान न देने और मीडिया कार्यक्रम में इस मुद्दे पर बोलने पर भी राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने सवाल उठाए और सदन में पहले अमित शाह के बयान और फिर इस पर संक्षिप्त चर्चा की मांग की. खड़गे ने एक्स पर पोस्ट में यह भी कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा के गंभीर मुद्दे पर आवाज उठाना हमारा संसदीय कर्तव्य और संसदीय धर्म है. खड़गे ने विपक्षी सांसदों के निलंबन पर सवाल उठाते हुए कहा कि संसद और सांसदों की सुरक्षा में भारी चूक के आधार पर विपक्षी सांसदों को गैरकानूनी तरीके से निलंबित करना कहां का न्याय है.

विपक्षी नेताओं ने किया विरोध प्रदर्शन

विपक्षी गठबंधन इंडिया के नेताओं ने 14 सांसदों के निलंबन के खिलाफ संसद भवन परिसर में गांधी प्रतिमा के पास विरोध प्रदर्शन किया. विरोध प्रदर्शन में तृणमूल कांग्रेस के निलंबित सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने जो टी-शर्ट पहनी थी, उस पर 'मूक विरोध' शब्द लिखा हुआ था. इस विरोध प्रदर्शन में कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी भी शामिल थीं.

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16 December 2023, 07:13 AM IST

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