Nehru Memorial: नेहरू मेमोरियल म्यूजियम का बदला नाम, अब कहलाएगा पीएम म्यूजियम, क्यों लिया गया फैसला?
Nehru Memorial Museum: नेहरू मेमोरियल का नाम बदलने का प्रस्ताव दिया गा था, जिसको जून में मंजूरी मिल गई थी. आधिकारिक तौर पर अब इसका नाम बदल दिया गया है.
हाइलाइट
- सभी प्रधानमंत्रियों को समर्पित है ये संग्रहालय
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसको लेकर 2016 में अपनी बात रखी थी
PM Museum And Library Society: नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी का नाम बदले जाने का प्रस्ताव इसी साल पास किया था. स्वतंत्रता दिवस के खास मौके पर इसका नाम आधिकारिक तौर पर बदल दिया गया है. नेहरू मेमोरियल अब पीएम म्यूजियम एंड लाइब्रेरी के नाम से जाना जाएगा. इसकी जानकारी पीएम म्यूजिएम एंड लाइब्रेरी की कार्यकारी परिषद के उपाध्यक्ष ए. सूर्य प्रकाश ने दी.
14 अगस्त को नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी का नाम बदल दिया गया. इसका जानकारी पीएम म्यूजिएम एंड लाइब्रेरी की कार्यकारी परिषद के उपाध्यक्ष ए. सूर्य प्रकाश मीडिया प्लेटफॉर्म पर दी. जिसमें उन्होने लिखा कि "समाज के दायरे के लोकतंत्रीकरण और विविधीकरण के अनुरूप, नेहरू मेमोरियल संग्रहालय और पुस्तकालय (एनएमएमएल) अब 14 अगस्त, 2023 से प्रधान मंत्री संग्रहालय और पुस्तकालय है. स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं!''
2023 के ही जून महाने में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एक बैठक की थी, जिसमें इसका नाम बदलने का फैसला किया गया था. मीडियी से बात करते हुए ए सूर्य प्रकाश ने कहा कि ''इसका नाम बदलने का प्रोसेस जून में ही शुरु हो गया था लेकिन ये एक संयोग है कि स्वतंत्रता दिवस के नौके पर इसका काम पूरा किया गया.''
सभी प्रधानमंत्रियों को समर्पित संग्रहालय
जहां पर ये संग्रहालय है, वहां पर पहले भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू का आधिकारिक आवास था. लेकिन इसको बाद में म्यूजियम में बदल दिया गया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसको लेकर 2016 में अपनी बात रखी थी कि तीन मूर्ति परिसर के अंदर भारत के अब तक रहे सभी प्रधानमंत्रियों को समर्पित एक म्यूजियम होना चाहिए. जिसके बाद अब इसका नाम बदला गया है.
आपको बता दें, 2022 में ये म्यूजियम बनकर तैयार हुआ था, इसके बाद अप्रैल 2022 में आम जनता के लिए खोला गया. सभी प्रधानमंत्रियों का म्यूजियम होने के बाद कार्यकारी परिषद ने इस बात का फैसला लिया कि इसका नाम बदला जाना चाहिए.