अब दिल्ली वाले यमुना में कर सकेंगे सैर और सफर, बीजेपी सरकार का जान लें प्लान
दिल्ली में यमुना नदी के पुनरुद्धार के लिए कई कदम उठाए जा रहे हैं. इसके तहत, यमुना के बाढ़ क्षेत्र के मैदानी इलाकों का सौंदर्यीकरण किया जा रहा है और बायोडायवर्सिटी पार्क को नए रूप में बदला जा रहा है. इन प्रयासों के तहत नागरिकों को किफायती दरों पर बोट सेवाएं उपलब्ध कराई जाएंगी.

Yamuna River Front: यमुना नदी को साफ करने के वादे के साथ दिल्ली की सत्ता में आई भारतीय जनता पार्टी (BJP) सरकार अब एक नई पहल करने जा रही है. केंद्र और राज्य सरकार ने यमुना में सैर और सफर की शुरुआत का निर्णय लिया है. इस उद्देश्य के लिए 11 मार्च को केंद्र और राज्य सरकार के बीच एक महत्वपूर्ण समझौते पर हस्ताक्षर किए जाएंगे. इसके अलावा, भाजपा ने अगले तीन वर्षों में यमुना रिवर फ्रंट बनाने का भी वादा किया है.
BJP सरकार ने यमुना में पर्यटन को बढ़ावा देने के साथ-साथ इसे ट्रैफिक मैनेजमेंट के रूप में उपयोग करने की योजना बनाई है. इस परियोजना की शुरुआत दिल्ली के सोनिया विहार से लेकर जगतपुर (शनि मंदिर) के बीच की जाएगी. इसके बाद, इस सेवा का विस्तार अन्य क्षेत्रों में भी किया जाएगा.
दिल्ली सीएम करेंगी समझौते पर हस्ताक्षर
केंद्रीय बंदरगाह, नौवहन और जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल, उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना, मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता, दिल्ली के जल संसाधन मंत्री प्रवेश साहिब सिंह वर्मा और पर्यटन मंत्री कपिल मिश्रा की उपस्थिति में इस समझौते पर हस्ताक्षर होंगे. यह कार्यक्रम असिता पार्क में आयोजित किया जाएगा.
इन सेवाओं के लिए भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण (आईडब्ल्यूएआई), दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए), दिल्ली जल बोर्ड (डीजेबी), सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण विभाग और दिल्ली सरकार के पर्यटन विभाग के बीच साझेदारी की जाएगी. सभी संबंधित विभाग अंतर्देशीय जल परिवहन के तहत सहयोग करेंगे.
सोनिया विहार से जगतपुर के बीच पर्यटन
डीडीए अधिकारियों के अनुसार, सोनिया विहार से जगतपुर के बीच यमुना नदी पर बोट पर्यटन और नौका सेवाओं को अगले कुछ महीनों में शुरू किया जाएगा. इन सेवाओं के लिए आवश्यक बुनियादी ढांचे को संबंधित विभाग तैयार करेंगे.
यमुना में बोट चलाने की तैयारी
यमुना में बोट सेवा से दिल्लीवासियों को यातायात का एक नया विकल्प मिलेगा. सोनिया विहार से जगतपुर की सड़क मार्ग से दूरी 8.4 किलोमीटर है, जबकि यमुना के रास्ते यह दूरी आधी रह सकती है. जल्द ही यह सेवा अन्य स्थानों के लिए भी शुरू की जा सकती है, जिससे लोगों को ट्रैफिक से राहत मिलेगी. दिल्ली के कई व्यस्त इलाके यमुना नदी के किनारे स्थित हैं, और यह परियोजना उन्हें फायदा पहुंचा सकती है.