Yamuna Pollution: दिल्ली के मालिक अगर अपने शीश महल...' छठ पूजा पर मीनाक्षी लेखी ने केजरीवाल पर साधा निशाना
यमुना में गंदगी को लेकर मीनाश्री लेखी ने कहा कि साफ-सफाई की कोई व्यवस्था नहीं है. जल निकासी की पूरी दिल्ली में अव्यवस्था फैली हुई है. सीवेज, कचरा और डिचर्जेंट सब यमुना में बहता है.
Yamuna Pollution: छठ महापर्व के मौके पर नहाए-खाए के साथ शुरुआत हो गई है, इसी बीच दिल्ली की राजनीति भी गर्मा गई है. यमुना नदी के घाटों पर प्रदूषण को लेकर बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री मीनाश्री लेखी ने दिल्ली की केजरीवाल सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि अगर दिल्ली के मालिक अपने शीश महल से बाहर होते तो उन्हें नदी का प्रदूषण भी दिख जाता कि वह कितनी दूषित है.
छठ पर्व की मीनाक्षी ने दी बधाई
मीनाश्री लेखी ने शुक्रवार को मीडिया से बात करते हुए छठ पर्व की शुभकामनाएं दीं. इस दौरान उनसे यमुना नदी किनारे की गंदगी के बारे में सवाल पूछा गया कि छठ पर्व पर सूर्य को अर्घ्य देने के लिए महिलाओं को गंदगी में खड़ा होने पड़ता है? तो उन्होंने इसका जवाब देते हुए कहा कि साफ-सफाई की कोई व्यवस्था नहीं है. जल निकासी की पूरी दिल्ली में अव्यवस्था फैली हुई है. सीवेज, कचरा और डिटर्जेंट सब यमुना में बहता है. उन्होंने आगे कहा कि सेप्टिक टैंक का कोई समाधान नहीं, नदी की गंदगी को लेकर कोई विचार नहीं किया जा रहा है. दिल्ली की सारी गंदरी यमुना में बहाई जाती है जिसका कोई समाधान नहीं है.
जिनको दिल्ली की जिम्मेदारी सौंपी उनको कुछ पता ही नहीं है: केंद्रीय मंत्री
मीनाश्री लेखी ने किसी का नाम लिए बिना कहा कि जिनको दिल्ली की जिम्मेदारी सौंपी गई है, उनको इस समस्या के बारे में पता तक नहीं है. क्योंकि वह अगर अपने महल से बाहर निकलते तो उनको यमुना की गंदगी दिख जाती.
दाल-चावल खाकर शुरु हो गया था व्रतियों का व्रत
मालूम हो कि नहाए खाए के साथ 36 घंटे के निर्जला उपवास के साथ छठ महापर्व की शुक्रवार से ही शुरूआत हो गई. पहले दिन लौकी की सब्जी और चावल-दाल खाकर इस व्रत की शुरुआत व्रतियों ने कर दी. सोमवार को पारण के साथ इस महापर्व का समापन होगा.