संसद भवन में क्यों घुसना चाहते थे कासिम, मोनिस और शोएब? पुलिस ने किया गिरफ्तार
Parliament Security Breach: CISF ने फर्जी आधार कार्ड के जरिए संसद परिसर में घुसने की कोशिश को नाकाम कर दिया और कहा कि तीनों को गिरफ्तार कर लिया गया है, जोकि अभी दिल्ली पुलिस के कब्जे में हैं.
Parliament Security Breach: केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) के जवानों ने तीन मजदूरों को पकड़ा है जो कथित तौर पर नकली आधार कार्ड का उपयोग करके हाई सिक्योरिटी वाले संसद परिसर में घुसने की कोशिश कर रहे थे, इस बात की जानकारी आधिकारिक सूत्रों ने दी है. जानकारी के मुताबिक, तीनों का नाम कासिम, मोनिस और शोएब है. उन पर जालसाजी और धोखाधड़ी से संबंधित भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है.
क्या है मामला?
देश में जल्द ही नई सरकार का शपथ ग्रहण होने जा रहा है इसी बीच संसद भवन के परिसर में सेंध की खबर सामने आई है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, तीन लोगों को संसद भवन के एंट्री गेट से पकड़ा गया है, ये तीनों अंदर घुसने की कोशिश कर रहे थे. CISF के कर्मियों को जब उनपर शक हुआ तो उन्होंने पहचान के लिए आधार कार्ड देखा. कर्मियों को आदार कार्ड में कुछ गड़बड़ लगी तो तुरंत उनकी जांच कराई गई जिसमें वो फर्जी निकले.
जांच में पता चला कि तीनों व्यक्तियों को 'डीवी प्रोजेक्ट्स लिमिटिड' ने संसद भवन परिसर के अंदर एमपी लॉन्ज को बनाने के काम पर रखा था. इस मामले में आगे की जानकारी के लिए जांच की जा रही है.
इससे पहले भी लग चुकी है सेंध
सुरक्षा उल्लंघन की एक बड़ी घटना पिछले साल 13 दिसंबर को हुई थी, जो संसद पर 2001 के आतंकवादी हमले की बरसी थी. उस वक्त दो लोग लोकसभा की कार्यवाही के दौरान दर्शक दीर्घा से सदन में कूद गए और पूरे सदन में केन से पीला धुआं फैला दिया था.
इस सेंध के बाद ही संसद भवन की सुरक्षा की जिम्मेदारी अब CISF को दी गई थी. संसद का जिम्मा CISF को देने का फैसला जांच कमेटी की सिफारिश के बाद लिया गया. आपको बता दें कि इससे पहले इसकी जिम्मेदारी दिल्ली पुलिस के पास थी.