PM Modi: छठ पूजा का त्योहार भी एक राष्ट्रीय त्योहार बन गया, PM मोदी ने डीपफेक वीडियो पर दिया बड़ा बयान
PM Modi Delhi News: पीएम मोदी भाजपा मुख्यालय नई दिल्ली दिवाली मिशन को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि, "आप सभी को दीपावली के पावन पर्व की अनेक-अनेक
PM Modi Delhi News: पीएम मोदी भाजपा मुख्यालय नई दिल्ली दिवाली मिशन को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि, "आप सभी को दीपावली के पावन पर्व की अनेक-अनेक शुभकामनाएं. छठ का पर्व भी अब राष्ट्रीय पर्व बन गया है तो और खुशी की बात है. पहले कुछ राज्यों के पर्व अधिकतर वहीं तक सीमित रहते थे, लेकिन जैसे जैसे इलेक्ट्रानिक मीडिया का प्रभाव बढ़ा है, उस वजह से नवरात्रि, काइट फ्लाइंग, छठ पूजा जैसे त्योहार देश के हर कोने में मनाए जाने लगे हैं."
आगे उन्होंने कहा कि, "मैं आप सभी को दिवाली की बहुत-बहुत शुभकामनाएं देता हूं. यह उल्लेखनीय है कि कैसे छठ पूजा का त्योहार भी एक राष्ट्रीय त्योहार बन गया है. कई क्षेत्रीय त्यौहार राज्य की सीमाओं को पार कर रहे हैं, और अब विश्व स्तर पर मनाए जा रहे हैं. यह जानकर दुख हुआ कि हमने हाल ही में कुछ युवा पत्रकारों को खो दिया है! हमारा जीवन अधिकांश समय बहुत तनावपूर्ण और व्यस्त रहता है...हमें 40 के बाद उचित चिकित्सा जांच की एक प्रणाली स्थापित करनी चाहिए!"
पीएम मोदी ने कहा कि, "सरकार और व्यावसायिक घरानों, दोनों को एक ऐसी प्रणाली स्थापित करने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि हम इतनी कम उम्र में किसी युवा और प्रतिभाशाली पत्रकार को न खोएँ! AI के जमाने में जिस प्रकार से डीपफेक फैल रहा है, वह एक बड़ा संकट है. ये समाज में असंतोष की आग भी बहुत तेजी से फैला सकता है. इस बारे में हमारे कार्यक्रमों के जरिए लोगों को एजुकेट करें कि डीपफेक है क्या, कितना बड़ा संकट पैदा कर सकता है और इसके प्रभाव क्या हो सकता हैं, उसको उदाहरणों के साथ लोगों को बताया जाए."
प्रधानमंत्री ने कहा कि, "'वोकल फॉर लोकल' के आह्वान को लोगों का समर्थन मिला है. इस एक सप्ताह में 4.5 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा का करोबार हुआ है. ये देश के लिए बहुत बड़ी बात होती है, इससे हर छोटे-मोटे व्यक्ति की कमाई होती है. मैं इसी ताकत के आधार पर कहता हूं कि हम 'विकसित भारत' के संकल्प को सफलतापूर्वक आगे बढ़ा सकते हैं."
मैंने एक वीडियो देखा जिसमें मैं गरबा खेल रही थी, डीपफेक को धन्यवाद! आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के युग में डीपफेक जिस तरह से फैल रहा है वह एक बड़ा संकट है! गौरतलब है कि इससे समाज में असंतोष तेजी से भड़कता है! हमें अपने कार्यक्रमों के माध्यम से लोगों को शिक्षित करना सुनिश्चित करना चाहिए कि डीपफेक क्या है, यह कितना बड़ा संकट पैदा कर सकता है और इसके क्या प्रभाव हो सकते हैं.
दांडी यात्रा पर भारत के मीडिया का ध्यान बहुत कम गया था. भारत में उस वक्त जो भी मीडिया पैदा हुआ था, वह सिर्फ देश की आजादी के लिए पैदा हुआ था, अंग्रेजों के खिलाफ जंग के लिए भी तैयार था. उसे दांडी यात्रा की ताकत नजर नहीं आई थी. बाद में जब एक विदेशी पत्रकार ने दांडी यात्रा पर खबर लिखी तो उसने सबको चौकन्ना कर दिया. दांडी यात्रा से ऐसी क्रांति आई, जिसने देश में विश्वास पैदा किया कि अब आजादी लेकर रहेंगे.