Rahul Gandhi: आजादपुर मंडी पहुंचे राहुल गांधी, दुकानदारों से की बातचीत, 'बढ़ रही अमीर और गरीब के बीच खाई'
Rahul Gandhi: देश में बढ़ती के बीच राहुल गांधी आजादपुर मंडी पहुंचे. दिल्ली की आजादपुर मंडी में सब्जी और फल बेचने वालों से उन्होने बातचीत की.
हाइलाइट
- आज सुबह राहुल गांधी दिल्ली में आज़ादपुर मंडी पहुंचे
- 'अमीर और गरीब के बीच खाई बढ़ रही है, इनके आंसुओं को पोंछना जरूरी है.'
Rahul Gandhi In Azadpur Mandi: कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा को खत्म हुए काफी दिन हो गए है. लेकिन राहुल गांधी की यात्रा जारी है. राहुल लगातार लोगों के बीच जाकर उनसे बात कर रहे हैं. राहुल आज सुबह ही दिल्ली की आजादपुर मंडी में अचानक पहुंच गए. जहां पर उन्होने लोगों से मंहगाई के मुद्दे पर बीतचीत की.
देश में लगातार बढ़ती मंहगाई को लेकर अक्सर अपोज़िशन सरकार को घेरता नज़र आता है. बढ़ती मंहगाई के बीच कांग्रेस के नेता राहुल गांधी दिल्ली की आजादपुर मंडी पहुंचे. मंडी में राहुल ने फल और सब्जी बेचने वाले लोगों से मुलाकात की, और उनके हालात पर भी चिंता जताई.
VIDEO | Congress leader Rahul Gandhi met vegetable and fruit vendors at Delhi's Azadpur Mandi earlier today.
— Press Trust of India (@PTI_News) August 1, 2023
(Source: Third Party) pic.twitter.com/eSNgpk4nEE
इसके पहले राहुल गांधी ने एक वीडियो ट्वीट करते हुए सरकार पर निशाना साधा था. जिसमें लिखा कि 'देश को दो वर्गों में बांटा जा रहा है! एक तरफ सत्ता संरक्षित ताकतवर लोग हैं जिनके इशारों पर देश की नीतियां बन रही हैं. और दूसरी तरफ है आम हिंदुस्तानी, जिसकी पहुंच से सब्ज़ी जैसी बुनियादी चीज़ भी दूर होती जा रही है. इसके साथ ही उन्होने लिखा कि हमें अमीर-गरीब के बीच बढ़ती इस खाई को भरना होगा और इन आंसुओं को पोंछना होगा.
कुछ दिन पहले ही राहुल गांधी हरियाणा के एक गांव पहुंचे थे. जहां पर उन्होने खेतों में काम कर रहे किसानों से बातचीत की थी. गांव की औरतों ने प्रियंका गांधी से बात करने की इच्छा जताई तो उन्होने फोन पर प्रियंका से बात कराई. इस तरह के अचानक दौरों को लेकर राहुल अक्सर सुर्खियों में रहते हैं.
फिलहाल देश में टमाटर की कीमत लगातार बढ़ती जा रही है. कई राज्यों में टमाटर 200 से 250 रुपए किलो तक मिल रहा है और चंडीगढ़ में एक किलो टमाटर के लिए 300 तक मिल रहे हैं. इसके साथ ही कीमत में अभी गिरावट की कोई उम्मीद नहीं दिख रही है.