Ayodhya Ram Mandir: उत्तर प्रदेश के अयोध्या में 22 जनवरी 2024 को राम लला का 'प्राण प्रतिष्ठा' समारोह होना है. इससे लिए कांग्रेस ने बुधवार को 'प्राण प्रतिष्ठा' समारोह का निमंत्रण ठुकरा दिया था और इसे 'बीजेपी/आरएसएस का कार्यक्रम' बताया था. जिस पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने गुरुवार को कांग्रेस पार्टी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि उन्होंने 'प्राण प्रतिष्ठा' का अपमान करके देश की बहुसंख्यक आबादी की भावनाओं को आहत किया है.
सीएम मोहन ने कहा, "यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है, कांग्रेस ने पहले राम मंदिर में बाधाएं पैदा कीं और अब उन्होंने प्राण प्रतिष्ठा समारोह का अपमान करके देश की बहुसंख्यक आबादी की भावनाओं को आहत किया है. कांग्रेस को इसके लिए माफी मांगनी चाहिए." उन्होंने कहा, अगर वे (कांग्रेस) शामिल नहीं होना चाहते हैं तो उन्हें नहीं आना चाहिए, लेकिन सार्वजनिक रूप से इसे अस्वीकार करके उन्होंने सभी हिंदुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है.
इस बीच एमपी के पूर्व मंत्री और कांग्रेस नेता पीसी शर्मा ने गुरुवार को राज्य सरकार से मांग उठाई कि राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के दिन मध्य प्रदेश में 'शुष्क दिवस' घोषित किया जाना चाहिए. कांग्रेस द्वारा 'प्राण प्रतिष्ठा' समारोह का निमंत्रण ठुकराए जाने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए शर्मा ने कहा, "भगवान राम हमारे शरीर के हर इंच में मौजूद हैं. हमने राम मंदिर के निर्माण के लिए भी दान दिया है. इस प्राण प्रतिष्ठा से शंकराचार्यों का अपमान किया गया है." राम मंदिर इसलिए कांग्रेस के वरिष्ठ नेतृत्व ने जाने से इनकार कर दिया है. मैं खुद फरवरी में राम लला के दर्शन करने जाऊंगा."
बता दें कि इससे पहले बुधवार को कांग्रेस ने 'प्राण प्रतिष्ठा' समारोह का निमंत्रण ठुकरा दिया था और इसे ' भारतीय जानता पार्टी /आरएसएस का कार्यक्रम' बताया था. कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं - मल्लिकार्जुन खड़गे, सोनिया गांधी और अधीर रंजन चौधरी - ने अयोध्या में भव्य कार्यक्रम के निमंत्रण को 'अस्वीकार' कर दिया है. First Updated : Thursday, 11 January 2024