Wrestlers Protest: पिछले कई दिनों से दिल्ली के जंतर मंतर पर धरने पर बैठे पहलवानों ने आज ऐलान किया है कि वे शाम 6 बजे अपने सारे मेडल्स हरिद्वार में गंगा में बहाने जा रहे हैं। साक्षी मालिक और बजरंग पुनिया जैसे आंदोलनरत पहलवानों ने ट्वीट के माध्यम से यह जानकारी दी। इसी के साथ उन्होंने यह भी कहा कि वह इंडिया गेट पर आमरण अनशन पर बैठने वाले हैं।
पहलवान साक्षी मलिक, बजरंग पुनिया और विनेश फोगट, जो डब्ल्यूएफआई प्रमुख के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं और उनकी गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। उन्होंने एक संयुक्त बयान जारी कर कहा कि पहलवान हरिद्वार जाएंगे और शाम 6 बजे गंगा नदी में पदक विसर्जित करेंगे। "ये पदक हमारे जीवन हैं, हमारी आत्मा हैं। आज इन्हें गंगा में फेंकने के बाद जीने का कोई कारण नहीं होगा। इसलिए, हम इसके बाद इंडिया गेट पर मरते दम तक भूख हड़ताल करेंगे।"
भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग को लेकर पहलवानों का धरना लगातार जारी है, जिसमें उन्होंने आज अपने मेडल्स गंगा में बहा कर इंडिया गेट पर आमरण अनशन पर बैठने का ऐलान कर दिया है। पहलवानों का आरोप है की वे अपने न्याय के लिए लड़ रहे हैं और पुलिस उन्हें रोकने का हर संभव प्रयास कर रही है। 28 मई को हुई पहलवानों की गिरफ्तारी से नाराज पहलवान अब अपने प्रदर्शन को बढ़ाने जा रहे हैं। पहलवानों ने कहा की उन्होंने इस देश के लिए ये मेडल्स जीते हैं लेकिन देश का तंत्र उन्हें न्याय तक नहीं दे पा रहा है।
28 मई को क्या हुआ?
जंतर मंतर पर आंदोलन में बैठे पहलवानों ने 28 मई को नए संसद भवन के उद्घाटन के दिन वहां पर आंदोलन की अनुमति मांगी थी, जिसे दिल्ली पुलिस ने देने से मना कर दिया। अनुमति के बगैर पहलवानों में आंदोलन करने का प्रयास किया जिसे रोकने के लिए पुलिस को सख्ती करनी पड़ी। जिसमें पहलवानाे और पुलिस के बीच हाथापाई की कुछ तस्वीरें भी सामने आईं। स्थिति को नियंत्रण में करने का हवाला देकर पुलिस ने गिरफ्तारियां भी कीं। अपने साथ ऐसा सुलूक और गिरफ्तारी से पहलवान बेहद नाराज हैं। First Updated : Tuesday, 30 May 2023