BJP अध्यक्ष के लिए देवेंद्र फडणवीस की चर्चा क्यों? महाराष्ट्र के सर्वे ने बढ़ाई चिंता
Maharashtra Election: महाराष्ट्र में कुछ समय बाद विधानसभा के चुनाव होने हैं. इससे पहले संभव है कि BJP को नया राष्ट्रीय अध्यक्ष मिल सकता है. इसके लिए कई नामों पर कयास चल रहा है. ऐसे महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का नाम BJP के नए अध्यक्ष के लिए सामने आ रहा है. कुछ दिनों पहले उन्होंने PM मोदी से मुलाकात की थी. इस बीच दावा किया जा रहा है कि एक आंतरिक सर्वे के अनुसार, महाराष्ट्र में बीजेपी को घाटा होने वाला है.
Maharashtra Election: लोकसभा चुनाव के बाद अब भाजपा विधानसभा चुनावों के लिए फोकस कर रही है. अगले कुछ महीनों में देश के तीन राज्य महाराष्ट्र, हरियाणा और झारखंड में चुनाव होने हैं. इससे पहले भारतीय जनता पार्टी को नया अध्यक्ष मिल सकता है. इसी कारण सभी विषयों और मुलाकातों को इन्हीं दो चीजों से जोड़कर देखा जा रहा. BJP अध्यक्ष पद के लिए अब महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का नाम चलने लगा है. वहीं दूसरी तरफ दावा किया जा रहा है की पार्टी के भीतरी सर्वे ने BJP की चिंता बढ़ा दी है.
अभी महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी शिवसेना (शिंदे गुट) के नेतृत्व में NCP (अजित गुट) के साथ मिलकर सरकार चला रहा है. लोकसभा चुनाव में न सिर्फ गठबंधन को बल्कि भाजपा को भी नुकसान झेलना पड़ा है. ऐसे में अब वो विधानसभा चुनाव में कसर पूरा करना चाहती है. वो कोई मौका नहीं लेना चाहती. सायद इसी कारण अभी आए आंतरिक सर्वे के बाद देवेंद्र फडणवीस के नाम की चर्चा बढ़ गई है.
रेस में 2 और बड़े नाम
बीजेपी के नए राष्ट्रीय अध्यक्ष की रेस में देवेंद्र फडणवीस के अलावा भूपेन्द्र यादव और धर्मेंद्र प्रधान का नाम भी शामिल है. लोकसभा चुनाव के बाद ही फडणवीस सरकार से हटकर संगठन में काम करने की बात कही थी. उस समय उन्होंने इस्तीफे की पेशकश भी की थी. हालांकि, नेतृत्व में उसे स्वीकार नहीं किया.
PM से मुलाकात पर बनी चर्चा
जेपी नड्डा के मंत्री बनने के बाद ये चर्चा होने लगी है कि अध्यक्ष कोई और होगा. देवेंद्र फडणवीस लिस्ट में ऊपर बताया जा रहा था. इस बीच उनकी PM मोदी से मुलाकात हुई तो इस बात को और दम मिल गया. प्रधानमंत्री से मुलाकात करने के बाद उन्होंने जानकारी सोशल मीडिया पर साझा की. इसी मुलाकात के बाद सियासी चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है.
आंतरिक सर्वे से बढ़ी चिंता
दावा किया जा रहा है की भारतीय जनता पार्टी ने एक सर्वे कराया है. इसमें सामने आए आंकड़ों के बाद चिंता बढ़ गई है. न्यू इंडियन एक्सप्रेस ने दावा किया है कि भाजपा के आंतरिक सर्वे में पार्टी को 288 विधानसभा सीटों में से सिर्फ 55 से 65 सीटों मिल रही हैं. जबकि, पार्टी के पास 2014 में आंकड़ा 122 और 2019 में 105 विधायक थे.